सत्र के दौरान पूछे जाएंगे 853 सवाल
ड्रोन से होगी विधानसभा में सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी
शिमला, 1 अगस्त। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के कल से आरंभ हो रहे मॉनसून सत्र के सुचारू संचालन के लिए विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने सभी दलों से सहयोग की अपील की है। सत्र को सुचारू रूप से चलाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने आज एक सर्वदलीय बैठक का आयोजन भी किया जिसमें सत्तापक्ष की ओर से संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज, विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज, चीफ व्हिप विक्रम जरयाल, डिप्टी चीफ व्हिप कमलेश कुमारी, कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री और माकपा एकमात्र विधायक राकेश सिंघा ने भी हिस्सा लिा।
सर्वदलीय बैठक के बाद एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को खालिस्तानी आतंकी द्वारा 15 अगस्त को झंडा न फहराने देने की धमकी को देखते हुए सत्र के दौरान सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। विधानसभा सत्र के दौरान जहां 800 सुरक्षा कर्मी और अन्य अधिकारी व कर्मचारी ड्यूटी पर लगाए गए हैं वहीं ड्रोन के माध्यम से भी विधानसभा परिसर की निगरानी की जाएगी।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सत्र की 10 बैठकों के लिए अभी तक 853 सवाल विधायकों की ओर से आ चुके हैं। इसके अलावा नियम 130 के तहत 7 और नियम 101 के तहत चार सूचनाएं विधानसभा सचिवालय को मिली हैं।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश में कोरोना महामारी की रफ्तार कम जरूर हुई है लेकिन थमी नहीं है। ऐसे में सत्र का सुचारू संचालन विधानसभा सचिवालय के लिए एक चुनौती है। इसी के दृष्टिगत विधानसभा सचिवालय ने मॉनसून सत्र की तैयारियां कोरोना एसओपी का कड़ाई से पालन करते हुए की है। उन्होंने कहा कि विधानसभा परिसर में किसी भी व्यक्ति को बिना थर्मल स्केनिंग के प्रवेश नहीं दिया जाएगा और मास्क पहनने का कड़ाई से पालन करना होगा। हालांकि इस बार विधानसभा सचिवालय ने आगंतुकों के लिए पास बनाने की फिर से व्यवस्था शुरू करने का निर्णय लिया है। विपिन परमार ने कहा कि विधानसभा का अपना सुरक्षा दस्ता गठित किया जाएगा। इस संबंध में मामला सरकार को भेज दिया गया है और अब सरकार से मंजूरी का इंतजार है। उन्होंने कहा कि संसद के अलावा कई राज्यों में विधानसभा के अपने सुरक्षा दस्ते हैं।