शिमला, 15 फरवरी बॉयोमीट्रिक वेस्ट मैनेजमेंट की अनुपालना को जिला में सुनिश्चित करने के लिए उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी की अध्यक्षता में आज जिला स्तरीय पर्यावरण योजना की बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में उपायुक्त ने बताया कि बॉयोमीट्रिक वेस्ट मैनेजमेंट के तहत 1217 स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों में सीटीई (कन्सेंट टू इस्टेबलिशड्) स्थापित किए जा रहे हैं, जिसमें से 1203 संस्थानों को नियमों के तहत प्राधिकरण अनुदान उपलब्ध करवा दिया गया है। उन्होंने बताया कि शेष बचे 14 संस्थानों जिसमें नागरिक अस्पताल ठियोग, चैपाल, कोटगढ़, सराहन, सुन्नी, जुन्गा, कुमारसैन, रामपुर बुशैहर, कोटखाई, ननखड़ी, चिढ़गांव, तकलेच, धामी, जलोग इत्यादि सरकारी अस्पतालों में सीटीई स्थापित करने की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे 28 फरवरी, 2023 तक राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से सीटीई लेने तथा 15 मार्च, 2023 तक सीटीओ (कन्सेंट टू आॅपरेट) का संचालन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यदि संबंधित अधिकारी इन निर्देशों का पालन नहीं करते तो राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड नियमों के तहत कार्यवाही अमल में लाए। इस अवसर पर राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के लैब प्रभारी डाॅ. प्रवीण शर्मा, वैज्ञानिक अधिकारी राजेन्द्र कुमार, स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. एच.आर. ठाकुर तथा ओएसडी स्वास्थ्य सेवा सुनीता शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।