मंच पर मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री के बीच सीधा टकराव : अनुराग बोले, मुख्यमंत्री जी तीन साल में सेंट्रल यूनिवर्सिटी के नाम जमीन ट्रांसफर नहीं कर पाए, जयराम बोले, मंच से ऐसा सवाल उठाना ठीक नहीं

सेंट्रल यूनिवर्सिटी के नाम जमीन ट्रांसफर न होने से खफा अनुराग ठाकुर, मुख्यमंत्री के सामने सरकार की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल
केंद्र सरकार से पैसे स्वीकृत, प्रदेश सरकार से जमीन ही ट्रांसफर नहीं हो सकी तो मुख्यमंत्री जयराम ठाकुुर ने भी मंच से अनुराग के सवालों का जवाब देते हुए सरकार के द्वारा उठाए कदमों को बताते हुए कहा कि मंच से ऐसा संदेह देना ठीक नहीं।

अनुराग ठाकुर ने अपने भाषण में कहा —

अनुराग ठाकुर ने मंच से सीधे कहा कि दिक्कत इस बात की है मुख्यमंत्री जी केंद्र सरकार से एक सप्ताह में फॉरेस्ट क्लीयरेंस करा दी। मोदी सरकार ने करवाकर दी थी। आखिर क्या कारण है कि 2017 से लेकर 2020 तक तीन साल में यूनिवर्सिटी के नाम पर जमीन ट्रांसफर नहीं हो सकी है। तीन साल तक अधिकारी जमीन ट्रांसफर नहीं कर सके हैं ये आपको पूछना चाहिए कि क्या रेवेन्यू मिनिस्टर कर रहे हैं और क्या अधिकारी कर रहे हैं। हमने दिल्ली की लड़ाई तो लड़ ली और मैंने किसी छोटे बड़े अधिकारी के पास जाने में संकोच नहीं किया। अगर मुझे शिमला में भी किसी अधिकारी के दफ्तर जाना पड़ेगा तो मैं देहरा की जनता के लिए किसी भी अधिकारी के पास जाने के लिए तैयार हूं और हाथ पैर जोड़ने के लिए तैयार हूं। मुख्यमंत्री से कहा कि जहां आप कहेंगे जाऊंगा। डीसी बैठे हैं मैंने मीटिंग में कहा क्या हुआ जो प्रोजेक्ट हम लड़कर लाए हैं, किसी को पता ही नहीं। अनुराग ने मुख्यमंत्री से कहा कि आप कृपया करके अधिकारियों की मीटिंग बुलाइए और पता कीजिए कि कौन काम हो रहे हैं। अधिकारियों की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए और अधिकारियों से काम करवाने की आदत और सही समय पर काम हो, यह हमारी जनता के प्रति जिम्मेदारी है। अनुराग ने कहा कि उन्होंने सेंट्रंल यूनिवर्सिटी के लिए केंद्र सरकार से 500 करोड़ रुपए स्वीकृत करा दिए हैं। जैसे ही जमीन यूनवर्सिटी के नाम ट्रांसफर होगी 500 करोड़ रुपए निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। अनुराग ठाकुर ने कहा कि मुझे विश्वास है कि आपके नेतृत्व में रिकार्ड समय के अंदर देहरा के लोगों को यूनिवर्सिटी बनाकर देंगे।

मुख्यमंत्री जयराम ने दिया अनुराग को जवाब –

सेंट्रल यूनिवर्सिटी जयराम के दौर के पहले का मामला है। हमसे जो हो सका वह किया है। हमने भी केंद्र सरकार के पास जाकर फारेस्ट क्लीयरेंस लिया है। हमने भी केंद्र सरकार से मामला उठाया है। धर्मशाला और देहरा के लिए एक साथ जमीन का मामला आया। जमीन के इशु जो प्रदेश सरकार के करने के थे वह किए गए हैं। देहरा के जमीन के ट्रांसफर की जमीन पर मैंने अधिकारियों को पहले ही कह दिया कि वर्कआउट करके लाइए और जल्द काम शुरु हो सके। मुख्यमंत्री ने अनुराग को नसीहत देते हुए कहा कि यह बात सार्वजनिक मंच पर कहने की नहीं है। इन चीजों को लेकर यह संदेश सार्वजनिक सभा में नहीं जाना चाहिए।

अनुराग ठाकुर ने कहा कि वह केंद्र सरकार से सभी प्रकार की स्वीकृति प्रदान करवा दी है लेकिन प्रदेश सरकार से जमीन ही ट्रांसफर नहीं हो सकी है। अनुराग ठाकुर ने सीधे तौर पर प्रदेश सरकार की नौकरशाही पर सवाल उठाया और मुख्यमंत्री को नसीहत दे दी कि वह अफसरों को काम करने की आदते डालें।
सेंट्रल यूनिवर्सिटी के लिए देहरा में जमीन फाइनल होने के बाद भी तीन साल में यूनिवर्सिटी के नाम ट्रांसफर नहीं हो सकी है। जिसे लेकर अनुराग ठाकुर ने अपनी नाराजगी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ मंच साझा करते हुए जताई है। मंगलवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और केंद्रीय राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर जसवां विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों के उद्घाटन व शिलान्यास के लिए साथ-साथ रहे। जनसभा को संबोधित करते हुए अनुराग ठाकुर ने सेंट्रल यूनिवर्सिटी के नाम जमीन ट्रांसफर न हो पाने के कारण प्रदेश सरकार की नौकरशाही पर सवाल उठाए। अनुराग ठाकुर का कहना था कि केंद्र सरकार के द्वारा सेंट्रल यूनिवर्सिटी के लिए बजट स्वीकृत हो चुका है लेकिन जमीन यूनिवर्सिटी के नाम न होने के कारण निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हो सकता है। देहरा में सेंट्रल यूनिवर्सिटी का निर्माण करना अनुराग ठाकुर का ड्रीम प्रोजेक्ट है। जिसे लेकर लंबे समय से संघर्ष करने के बाद देहरा में सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनने का रास्ता साफ हुआ है। देहरा में सेंट्रल यूनिवर्सिटी के तहत कक्षाएं भी शुरु हो चुकी हैं लेकिन अब यूनिवर्सिटी का भवन निर्माण कार्य लटका हुआ है।

जसवां विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री के समक्ष अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार की नौकरशाही के ढुलमुल रवैए के कारण तीन साल में यूनिवर्सिटी के नाम जमीन ट्रांसफर नहीं हो सकी है। नौकरशाही का रवैया बहुत ही उदासीन रहा है जिससे ही यूनिवर्सिटी का निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हो सकता है। प्राप्त सूचना के अनुसार देहरा में सेंट्रल यूनिवर्सिटी के लिए मानव संसाधन मंत्रालय की ओर से 500 करोड़ रुपए की स्वीकृति मिल चुकी है। लेकिन यह पैसा यूनिवर्सिटी के खाते में जब ट्रांसफर होगा जब उसके नाम पर जमीन होगी।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सामने ही अनुराग ठाकुर के द्वारा सरकार की नौकरशाही पर सवाल उठाने से सियासी माहौल भी गरम हो गया है। अनुराग ठाकुर इससे पहले ही केंद्र सरकार की योजनाओं को लागू करने में देरी करने पर जिले के अधिकारियों को लताड़ लगा चुके हैं। अनुराग ठाकुर को लगता है कि वह प्रदेश के विकास के लिए करोड़ों रुपए स्वीकृत करा रहे हैं लेकिन प्रदेश सरकार की नौकरशाही की लेतलतीफी के कारण विकास कार्य में देरी हो रही है। जिससे केंद्र सरकार की योजनाओं का फायदा प्रदेश के लोगों को नहीं मिल पा रही हैं। इस कारण अनुराग ठाकुर प्रदेश सरकार की नौकरशाही के ढुलमुल रैवेए से खफा हुए और सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सामने ही अपने नाराजगी खुलकर रख दी। अब उम्मीद है कि सरकार जल्द ही सेंट्रल यूनिवर्सिटी के नाम जमीन ट्रांसफर कर देगी जिससे निर्माण कार्य शीघ् शुरु हो सके।