धर्मशाला रोपवे ने पर्यटकों के चेहरे पर लौटाई रौनक

धर्मशाला रोपवे ने पर्यटकों के चेहरे पर लौटाई रौनक

February 3, 2022  धर्मशाला
धर्मशाला-मैकलोडगंज की वादियों में स्थापित रोपवे ने पर्यटन को नई उड़ान दी है। बुधवार को रोपवे में सफर करने के लिए पर्यटकों के चेहरों पर रौनक देखते ही बनती थी। बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों को रोपवे का सुहाना सफर अपनी तरफ आकर्षित करता हुआ नजर आ रहा था। किन्नौर से घूमने आए टशी नेगी तथा बलविन्द्र नेगी ने बताया कि यूं तो किन्नौर में घूमने के लिए अनेकों आकर्षक पर्यटन स्थल है परन्तु धर्मशाला से मैकलोडगंज तक का रोपवे द्वारा किया गया सफर अपने आप में अनूठा तथा रोमांचकारी था। इसी तरह से पंजाब के लुधियाना के हरमनीत ने भी अपने परिवार के साथ रोपवे के सुहाने सफर की कहानी बयां करते हुए कहा कि धर्मशाला हम पहले भी कई बार आए हैं लेकिन इस बार रोपवे ने उनकी यात्रा को अविस्मरणीय बना दिया है, उन्होंने कहा कि हमें यहां आकर एक सुखद अनुभव महसूस हुआ है। बता दें कि धर्मशाला रोपवे का शिलान्यास जनवरी, 2018 में किया गया था जिसका कार्य माह जनवरी, 2022 में पूरा हुआ। इस रोपवे में 18 झूले हैं तथा एक तरफ का किराया 300 रुपये निर्धारित किया गया है जबकि आने जाने का किराया 500 रुपये निर्धारित किया गया है। तीन साल तक के बच्चों के लिए यह सुविधा निःशुल्क है। धर्मशाला से मैकलोडगंज जाने के लिए मात्र 6 से आठ मिनट का समय लग रहा है। इस रोपवे की व्यवस्था के लिए कम्पनी के 30 अधिकारी/कर्मचारी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इस रोपवे की एक ट्राली में 8 संवारियां ले जाने की क्षमता है परन्तु कोविड के कारण 4 से 6 सवारियां ही ले जाई जा रही हैं। सर्दियों में सर्विस टाईम प्रातः 9 बजे से सांय 6 बजे तक है जबकि गर्मियों में पर्यटक सीजन के चलते इसे बढ़ाया जा सकता है।धर्मशाला में रोपवे एथोरिटी द्वारा चार मंजिल भवन का निर्माण किया गया है जिसमें धरातल की दो मंजिलों में पार्किग की व्यवस्था की गई है। जिसमें एक समय में 40 के करीब गाड़िया खड़ी हो सकती हैं। धर्मशाला से मैकलोडगंज के लिए सरकार के प्रयासों से तैयार रोपवे में रोजाना एक हजार से ज्यादा पर्यटक विभिन्न शिफ्टों में आनंद ले सकते हैं। उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि रोपवे को लेकर लोगों में काफी उत्सुकता है। उन्होंने कहा कि पर्यटकों की सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखने के निर्देश रोपवे संचालकों को दिए गए हैं।