मुख्यमंत्री ने कुल्लु के लिए लगाई विकास की झड़ी

64 करोड़ की परियोजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास

शिमला, 23 जून। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज जिला कुल्लू के मनाली, बंजार और कुल्लू विधानसभा क्षेत्रों के लिए वर्चुअल माध्यम से लगभग 64 करोड़ रुपये की विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास किए।

जय राम ठाकुर ने जिला कुल्लू के मनाली में रामशिला-नग्गर-भुंतर सैनिक चैक मोहाल में बनी सड़क पर सजला नाला पर 1.20 करोड़ रुपये की लागत से 10.37 मीटर लम्बे डबल लेन टी-बीम पुल, मनाली में रामशिला नगर भुंतर सैनिक चैक मोहाल पर प्रीणी नाला के ऊपर 1.56 करोड़ रुपये की लागत से 10.37 मीटर लम्बे टी-बीम पुल, मनाली में रामशिला-नगर-भुंतर सैनिक चैक मोहाल पर काइस नाला के ऊपर 2.28 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 20 मीटर लम्बे पुल, काइस तहसील के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में 1.66 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित विज्ञान प्रयोगशाला के अतिरिक्त भवन और मनाली तहसील में गुलाबा बैरियर पर 1.14 करोड़ रुपये की लागत से बनी पार्किंग का लोकार्पण किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उन्होंने 15 विकासात्मक परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किए, जिससे स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण 64 करोड़ रुपये की इन परियोजनाओं को एक सादे समारोह में केवल 20 लोगों की मौजूदगी में जनता को समर्पित किया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने हिमाचल के पूर्ण राज्यत्व के स्वर्ण जयंती कार्यक्रमों का भव्य आयोजन करने का निर्णय लिया था, परन्तु कोरोना महामारी के कारण इन आयोजनों को स्थगित करना पड़ा है।

मुख्यमंत्री ने स्वर्णिम हिमाचल थीम पर आधारित कुल्लू जिला के प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा गाया गया ‘स्वर्णिम हिमाचल गीत’ भी जारी किया। उन्होंने जिला प्रशासन कुल्लू व जिला के कलाकारों का प्रदेश की विकास गाथा को प्रदर्शित करते हुए स्वर्णिम हिमाचल गीत प्रस्तुत करने के लिए आभार व्यक्त किया।

जय राम ठाकुर ने यह भी कहा कि प्रदेश सरकार ने पिछले लगभग साढ़े तीन वर्षों के दौरान सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति सुनिश्चित की है। लगभग सभी पंचायतों को सड़क सुविधा से जोड़ दिया गया है और प्रदेश के दुर्गम इलाकों में बेहतर सम्पर्क सुविधा प्रदान करने के प्रयास जारी हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण जारी प्रतिबंध धीरे-धीरे हटाए जाएंगे और सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि लोग कोविड अनुरूप व्यवहार अपनाएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के कोविड-19 मरीजों के उपचार के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाना सुनिश्चित कर रही है।

जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में स्थापित ऑक्सीजन क्षमता 123.21 मीट्रिक टन प्रतिदिन है और 20 जून तक वर्तमान खपत लगभग 19.21 मीट्रिक टन थी। राज्य के आंचलिक अस्पताल धर्मशाला व दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल शिमला के अतिरिक्त राजकीय चिकित्सा महाविद्यालयों में पीएसए संयंत्र क्रियाशील किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मातृ एवं शिशु आंचलिक अस्पलाल मंडी और नागरिक अस्पताल पालमपुर में 1000 लीटर प्रति मिनट क्षमता वाले पीएसए संयंत्र लगाए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार इस महामारी से प्रभावशाली तरीके से निपटने के लिए राज्य में स्वास्थ्य अधोसंरचना को सुदृढ़ कर रही है। वर्तमान में प्रदेश में 3800 से अधिक बिस्तरों की क्षमता वाले 49 समर्पित कोविड अस्पताल/कोविड स्वास्थ्य केन्द्र हैं। पीएम केयरस के माध्यम से 500 वेंटिलेटर और विभिन्न देशों से सहायता के रूप में प्राप्त लगभग 200 अनेक ब्रांड के वेंटिलेटर का विभिन्न क्षेत्रों में वितरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न संस्थानों में 434 वेंटिलेटर की सुविधा प्रदान की गई है।