शिमला. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के मंत्रीमंडल विस्तार में लगातार देरी हो रही है। लोकसभा चुनाव के बाद एक साल से लगातार मंत्रीमंडल विस्तार और फेरबदल की चर्चाएं हो रही हैं लेकिन विस्तार लगातार टलता जा रहा है। वर्तमान सरकार में तीन मंत्री पद खाली हैं। तीन मंत्री पदों के लिए भाजपा के आधा दर्जन सीनियर विधायक दाबेदार हैं। जिनमें प्रमुख रुप से पूर्व मंत्री रमेश ध्वाला, पूर्व मंत्री नरेंद्र बरागटा, नूरपुर के विधायक राकेश पठानिया, पांउटा साहिब से विधायक सुखराम चौधरी, सरकाघाट के विधायक कर्नल इंद्र प्रमुख रुप से हैं। इसके साथ ही हमीरपुर जिले के दो विधायक नरेंद्र ठाकुर और कमलेश कुमारी का नाम भी मंत्री पद के दाबेदारों में लिया जा रहा है तो चंबा जिले से भाजपा के विधायक विक्रम जरयाल का नाम भी मंत्री पद के दाबेदारों में शामिल हैं। मंत्री पद के सभी दाबेदार लगातार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिलकर अपनी दाबेदारी जता रहे हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मिलने वाले सभी दाबेदारों को मंत्रीमंडल के शीघ्र विस्तार करने का आश्वासन दे रहे हैं लेकिन मंत्रीमंडल विस्तार ने हो रही लगातार देरी से अब मंत्री पद दाबेदारों में भी निराशा होने लगी हैं। विधायकों के समर्थक भी लंबे समय से अपने नेता के मंत्री बनने की आश लगाए हैं लेकिन मंत्री पद की शपथ नहीं हो पा रही है।
लोकसभा चुनाव के समय सरकार में मंत्री पद रिक्त हुए। पहला मंत्री पद मंडी से विधायक अनिल शर्मा के मंत्रीमंडल से इस्तीफा देने के बाद रिक्त हुआ। इसके बाद धर्मशाला से विधायक रहे किशन कपूर के लोक सभा सांसद बनने पर मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद रिक्त हुआ। इस प्रकार मंत्रीमंडल में दो मंत्री पद लोकसभा चुनाव के समय से रिक्त हैं। इन पदों के रिक्त हुए 1 साल से अधिक का समय हो गया। वहीं मंत्रीमंडल में तीसरा पद स्वास्थ्य मंत्री रहे विपिन परमार के विधानसभा अध्यक्ष बनने से रिक्त हुआ। इस प्रकार सरकार में अभी मंत्रियों के तीन पद रिकत् हैं। इस प्रकार एक पद मंडी जिले से और दो पद कांगड़ा जिले से रिक्त हुआ है। अब ऐसा माना जा रहा है कि सरकार एक पद मंडी जिले से और एक पद कांगड़ा जिले से ही मंत्रीमंडल में भरना चाह रहे हैं। शेष एक मंत्री किसी और जिले से बनाया जा सकता है। जिसमें प्रमुख रुप से नाहन जिले या हमीरपुर जिले को प्रतिनिधित्व मिल सकता है। नाहन जिले के दाबेदारों में पाउंटासाहिब के विधायक सुखराम चौधरी प्रमुख हैं। वर्तमान में सत्ता और संगठन में नाहन को प्रतिनिधित्व नहीं हैं। इसके पहले नाहन के विधायक राजीव बिंदल विधानसभा के अध्यक्ष रहे और बाद में पार्टी के अध्यक्ष रहे हैं। लेकिन अब बिंदल दोनों पदों पर नहीं है। इस कारण उम्मीद है कि नाहन जिले को मंत्रीमंडल में प्रतिनिधित्व दिया जा सकता हे। इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री प्रेमकुमार धूमल के जिले हमीरपुर से भी मंत्री बनाने की चर्चा है। हमीरपुर से विधायक नरेंद्र ठाकुर भी मंत्री पद के दाबेदारों में हैं। नरेंद्र ठाकुर ने गत दिवस शिमला में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मुलाकात की है। उनकी मुलाकात को मंत्री पद की दाबेदारी के रुप में देखा जा रहा है। वहीं मंत्री पद के प्रमुख दाबेदार राकेश पठानिया भी लगातार एक सप्ताह तक राजधानी शिमला में रहे और कई बार मुख्यमंत्री से मुलाकात की । वहीं जुब्बल कोटखाई के विधायक नरेंद्र बरागटा भी लगातार मुख्यमंत्री से मिल रहे हैं। सभी विधायकों की मुख्यमंत्री से मुलाकात को मंत्री पद की दाबेदारी के रुप में देखी जा रहा है। लेकिन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर गत एक वर्ष में कई बार मीडिया के समक्ष कह चुके हैं कि मंत्रीमंडल का विस्तार शीघ्र किया जाएगा और इसके लिए हाईकमान की हरी झंडी का इंतजार है। लेकिन मंत्रीमंडल का विस्तार एक साल बीत जाने के बाद भी नहीं हो पा रहा है। वर्तमान सरकार के ढाई साल पूरे हो चुके हैं और अब अगले विधानसभा चुनाव के लिए ढाई साल ही बचे हैं। मंत्री पद के दाबेदारों का कहना है कि अगर जल्द मंत्रीमंडल का विस्तार हो जाता है उन्हें मंत्री के रुप में कार्य करने का समय मिलेगा क्योंकि सरकार के अंत का एक साल तो चुनावी साल होता है, उसमें सभी चुनाव की तैयारी करने लगते हैं। इस लिए जल्द मंत्रीमंडल विस्तार करने से सरकार के मंत्रियों को काम करने का समय मिलेगा जो अगले लोकसभा चुनाव तक सरकार की छवि बनाने में कामयाब होंगे