माकपा का 17वां सम्मेलन
7 सदस्यीय सचिवमंडल और 30 सदस्यीय राज्य कमेटी का गठन
प्रस्ताव पारित कर जन विरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष तेज करने का फैसला
शिमला, 26 सितंबर। हिमाचल प्रदेश माकपा का 17वां सम्मेलन कुल्लू में सम्पन्न हो गया। सम्मेलन में डॉ. ओंकार शाद को राज्य सचिव चुना गया। इसके साथ ही 7 सदस्यीय राज्य सचिवमंडल का भी गठन किया गया जिसमें राकेश सिंघा, डॉ. कश्मीर सिंह ठाकुर, डॉ. कुलदीप सिंह तंवर, प्रेम गौतम, कुशाल भारद्वाज, संजय चौहान शामिल हैं। राज्य सम्मेलन में 30 सदस्यीय राज्य कमेटी का गठन भी किया गया जिसमें डॉ. ओंकार शाद सचिव, राकेश सिंघा, डॉ. कश्मीर सिंह ठाकुर, डॉ. कुलदीप सिंह तँवर, प्रेम गौतम, कुशाल भारद्वाज, संजय चौहान, विजेंद्र मेहरा, भूपेन्द्र सिंह, सत्यवान पुण्डीर, देवकीनन्द, जगत राम, रविन्द्र, नारायण सिंह, राजेन्द्र चौहान, विश्वनाथ शर्मा, जयवंती, संतोष कपूर, होत्तम सोंखला, अशोक कटोच, राजेन्द्र ठाकुर, मोहित वर्मा, जोगिंदर सिंह, मोहिंद्र राणा, विजय शर्मा, के.के. राणा, सुदेश कुमारी, फालमा चौहान, नरेन्द्र, सतपाल शामिल हैं। कमेटी में स्थाई आमंत्रित सदस्य के तौर पर राम सिंह को शामिल किया गया।
कंट्रोल कमीशन में जगमोहन ठाकुर को अध्यक्ष और डॉ. रीना सिंह व प्रताप राणा को सदस्य बनाया गया।
सम्मेलन में पार्टी के 23वें महासम्मेलन के लिए 4 सदस्यों का चयन किया जिनमें राकेश सिंघा, डॉ. कश्मीर सिंह ठाकुर, डॉ. कुलदीप सिंह तंवर, प्रेम गौतम महासम्मेलन में प्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगे। किसी सदस्य के न जाने पर उनके स्थान पर फालमा चौहान को भेजा जाएगा।
सम्मेलन में प्रदेश की राजनैतिक, आर्थिक और सामाजिक स्थिति पर चर्चा की गई। संगठन को मज़बूत बनाने के लिए प्रदेश भर से शामिल हुए 195 पार्टी सदस्यों ने अपने-अपने सुझाव रखे।
सम्मेलन में 8 प्रस्ताव पारित किए गए जिनमें श्रम कानूनों में बदलाव के विरोध, नई शिक्षा नीति के विरोध, बेरोजगारी के खिलाफ, निजीकरण और मौद्रीकरण के विरोध में प्रस्ताव पारित करने के साथ-साथ महिलाओं के मुद्दों, दलितों की समस्याओं और मांगों, कृषि, बागवानी, एवं पशुपालन के मुद्दों, भूमि अधिग्रहण कानून, 2013 (पुनर्स्थापना, पुनर्वास व 4 गुना मुआवजा) को प्रदेश में लागू करवाने पर भी प्रस्ताव पारित किए गए।