सेब के गिरते दामों से कांग्रेस चिंतित
सरकार ने सेब व्यपारियों को बागवानों को लूट की दी खुली छूट : राठौर
शिमला, 24 अगस्त। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने सरकार पर आरोप लगाया है कि सेब बागवानों के प्रति उसकी उपेक्षा से इसके दामों में भारी कमी आई है। सेब बागवानों को इसकी उपज का सही दाम नहीं मिल रहे हैं। सरकार ने सेब व्यपारियों को बागवानों को लूट की खुली छूट दे दी है।
राठौर ने सेब के एकाएक गिरते दामों पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि सरकार को तुरंत हस्तक्षेप करते हुए सेब व्यपारियो लदानी व अदानी की मनमानी पर रोक लगाए जिससे बागवान इनके शोषण से बच सकें।उन्होंने कहा कि इस बार पहले ही बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि ने सेब की फसल को भारी नुकसान हुआ है ऊपर से उन्हें इसकी लागत के दाम भी न मिलना उनके साथ बहुत बड़ा अन्याय है।
राठौर ने कहा है कि सेब के मूल्य खुली बोली से तय किये जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बार अदानी ने से सेब के खरीद मूल्यों में पिछले साल की अपेक्षा इस बार सेब की खरीद मूल्य में भारी कमी कर दी है जिससे साफ लगता है कि यह सब सरकार के सरक्षंण में हो रहा है।उन्होंने कहा कि बागवानों को बिचौलियों व व्यपारियो की इस खुली लूट से बचाया जाना चाहिए।उन्होंने कहा कि एक तरह सड़को की बदहाली, दूसरी तरह उनकी बढ़ती लागत और फिर उनके सही दाम भी उन्हें न मिलना प्रदेश में सेब बागवानों के साथ एक बड़ा अन्याय है।उन्होंने कहा कि बागवानी मंत्री के आश्वासन के बाद भी जिसमें उन्होंने कहा था कि इस बार सेब के कार्टन और ट्रे के मूल्यों में कोई बढ़ोतरी नही होगी, बाबजूद इसके मूल्यों में बढ़ोतरी हुई। मजदूरी लागत बढ़ने से भी बागवानों को इसकी लागत बड़ी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कोई भी राहत बागवानों को नही दी।
राठौर ने सरकार से मांग की है कि वह जम्मू कश्मीर की तर्ज पर प्रदेश में नेफेड की मार्फत सेब खरीद करवाये। उन्होंने कहा कि अच्छे किस्म के सेब का भी एमएसपी, न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सेब का मूल्य ओपन बोली से तय किया जाना चाहिए।इसके लिये उन्होंने एचपीएमसी से भी खरीद केंद्र बढ़ाने को कहा है, जिससे बागवानों को आर्थिक नुकसान से बचाया जा सकें।