केंद्र सरकार के किसानों के साथ अड़ियल रवैये पर कांग्रेस दु:खी
किसानों व बागवानों को निजी कंपनियों व बिचौलियों के हाथों सौंपा : राठौर
शिमला, 6 सितंबर। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने केंद्र सरकार द्वारा किसानों के साथ अड़ियल रवैये पर दुःख जताते हुए कहा है कि देश में पहली बार एक ऐसी निरंकुश सरकार बैठी है जिसे न तो लोगों की कोई परवाह है और न ही देश की। आज देश जिन गम्भीर परिस्थितियों से गुजर रहा है वह सब इसके जनविरोधी नीतियों का ही परिणाम है।
राठौर ने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में आयोजित किसानों की महापंचायत को सरकार के प्रति एक बड़ा जनआक्रोश बताते हुए कहा कि सरकार किसानों के प्रति संवेदनहीन बनी हुई है। उन्होंने कहा कि किसान इस देश का अन्नदाता है और उसकी आवाज पूरे देश की आवाज है। इनकी आवाज को दबाया नहीं जा सकता।
राठौर ने कहा कि प्रदेश में सेब बागवानों के साथ भी सरकार का कमोबेश यही रवैया है। प्रदेश के बागवानों की कोई आवाज नहीं सुनी जा रही। उनकी उपेक्षा के चलते सरकार की ओर से उन्हें कोई भी मदद नहीं मिल रही है। बागवानों को पूरी तरह से निजी कंपनियों के हाथों में सौंप दिया है और वह अपनी मनमर्जी के चलते सेब के मूल्यों को तय कर रहे हैं। बागवानो को उनकी फसल का वाजिब दाम भी नहीं मिल रहा है।
राठौर ने कहा कि केंद्र सरकार के काले तीन नए कृषि कानूनों ने देश की कृषि व बागवानी अर्थव्यवस्था को पूरी तरह से अस्त व्यस्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि किसानों व बागवानो को पूरी तरह से निजी कंपनियों व बिचौलियों को सौंप दिया है,जहां वह इनकी मनमर्जी व शोषण का शिकार हो रहे हैं। सरकार ने अपनी आंखे मूंद रखी है।
राठौर ने कहा कि कांग्रेस किसानों बागवानो के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि अभी तो उत्तरप्रदेश से ही भाजपा के खिलाफ जंग का एलान हुआ है। अब प्रदेश के बागवान भी इस जंग में उतरेंगे और भाजपा के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस भाजपा की जनविरोधी नीतियों व निर्णयों के खिलाफ लोगों के साथ खड़ी है और उसे इस कुशासन से मुक्ति दिलाने के प्रति कृत संकल्प है।