हैरानी की बात है कि समोसो पर सरकार ने जांच बिठा दी
शिमला, भाजपा जिला शिमला की बैठक का आयोजन दीपकमल चक्कर में हुआ बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष प्रेम ठाकुर द्वारा की गई। बैठक में विशेष रूप से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती, सुरेश भारद्वाज, प्रदेश सचिव डॉ संजय ठाकुर,कोषाध्यक्ष कमल सूद, मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा, प्रमोद ठाकुर, प्यार सिंह कंवर, गणेश दत्त संजय सूद, बिलाल अहमद विशेष रूप से उपस्थित रहे। बैठक को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि जब से हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई है, नित नए स्कैण्डल, नित नए टैक्स लगाए जा रहे हैं, अलग-अलग तरह की जांचे हो रही है। उन्होनें कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार का एक नया वाक्या मीडिया के माध्यम से सामने आया है जिससे पूरे देश में इस सरकार की किरकिरी हो रही है। मुख्यमंत्री के किसी कार्यक्रम के लिए शिमला के रैडिसन होटल से समोसे और अन्य खाने का सामान मंगाया गया और उसको स्टाफ के लोगो ने खा लिया और हैरानी की बात है कि इन समोसो पर सरकार ने जांच बिठा दी। सतपाल सत्ती ने बताया कि प्रदेश में बड़े-बड़े स्कैण्डल हो रहे हैं और मुख्यमंत्री को और पुलिस विभाग को यह ध्यान में रखना चाहिए कि प्रदेश में हो रहे बड़े-बड़े स्कैण्डलो में मुख्यमंत्री कार्यालय से लेकर सचिवाल तक कौन-कौन, क्या-क्या खा रहा है, उसका ध्यान रखना चाहिए न कि छोटी-छोटी बातों में जाना चाहिए। भाजपा नेता ने कहा कि इस समोसे प्रकरण की इन्क्वायरी रिपोर्ट जो एक डिप्टी एस0पी0 द्वारा बनाई गई है में बताया गया है कि किस तरह से समोसे किसके लिए आये थे, किसने खा लिए। ऐसी छोटी सी बात पर इन्क्वायरी बिठाना और इतने बड़े अधिकारियों को इसमें संलिप्त करना और उसके बाद जिन लोगों की गलती ध्यान में आ रही है उनके लिए एंटी स्टेट और एंटी गवर्नमेंट जैसे शब्दों का इस्तेमाल करना, बहुत हैरान कर देने वाली बात है। सतपाल सत्ती ने कहा कि मेरा मानना है कि इस सरकार को जनता की कोई चिंता नहीं है बल्कि कार्यक्रम के अंदर मंगाए गए समासों की इन्क्वायरी की चिंता है। यह सरकार बिल्कुल फेल हो चुकी है और इस सरकार का पूरे देश के अंदर मजाक बन चुका है। हिमाचल प्रदेश जो अपनी सुंदरता और ईमानदारी के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है, उसको इस सरकार ने बदनाम करके रख दिया है और ऐसा लगता है कि यह सरकार अपने कृत्यों के कारण जल्द ही सत्ता से बाहर जाएगी।