कांग्रेस पेगासस जासूसी के विरोध में 23 जुलाई को शिमला में करेगी विरोध प्रदर्शन

कांग्रेस पेगासस जासूसी के विरोध में 23 जुलाई को शिमला में करेगी विरोध प्रदर्शन

शिमला, 21 जुलाई। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस पेगासस जासूसी के विरोध में 23 जुलाई को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय से राजभवन तक विरोध प्रदर्शन करेगी। इसमें प्रदेश कांग्रेस के नेता, पदाधिकारी व पार्टी कार्यकर्ता शामिल होंगे।

हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने केंद्र की मोदी सरकार की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी सहित अन्य लोगों के फोन टेप व उनकी जासूसी करने की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि इस पूरे मामले की जांच जेपीसी,सयुंक्त संसदीय समिति से करवाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि साजिश के तहत केंद्र सरकार ने लोकतंत्र की हत्या कर नेताओं, कार्यपालिका, न्यायपालिका विधान पालिका की जासूसी कर देश के लोकतंत्र की मर्यादा का हनन किया है। इस जासूसी के चलते उन्होंने कांग्रेस शासित राज्यों व विपक्षी दलों की सरकारों को अस्थिर किया।

राठौर ने आरोप लगाया कि पेगासस जासूसी में सरकार का हाथ है और इसके लिए उसे देश से माफी मांगते हुए गृह मंत्री अमित शाह को पद से हटा कर इस मामलें की जांच किसी सिटिंग जज से करवानी चाहिए।

मोदी सरकार के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय साजिश है पैगासस हल्ला

हिमाचल प्रदेश भाजपा प्रवक्ता विनोद ठाकुर ने पैगासस जासूसी मामले को भारत के खिलाफ बड़ी अंतरराष्ट्रीय साजिश करार दिया है। संसद का मानसून सत्र शुरू होने से मात्र एक दिन पहले एक अफवाह को जासूसी कांड का रंग दिया जाना मात्र संयोग नहीं है। यह भारत के खिलाफ बड़ा षड्यंत्र है। तथ्यों की असलियत जानते हुए भी कांग्रेस नीत विपक्ष जिस तरह का असंवैधानिक व्यवहार कर रहा है, वह मोदी सरकार को बदनाम करने का ओछा प्रयास है। उन्होंने कहा कि अगर वाकई फोन हैकिंग के जरिए किसी नेता की जासूसी में सच्चाई होती तो कांग्रेस तथ्यों के साथ चर्चा करती। लेकिन गुमराह करने वाले तथ्यों पर जिस तरह हंगामा बरपाया जा रहा है, उससे यह मानसून संसद सत्र को बाधित करने की साजिश के अलावा कुछ नजर नहीं आता। जबकि पैगासस बनाने वाली कंपनी एनएसओ पहले ही संबंधित रिपोर्ट के तथ्यों को सिरे से खारिज कर चुकी है।