कोरोना किट पहुँचाने की व्यक्तिगत निगरानी कर रहे जयराम ठाकुर
शिमला, 13 जून। शिक्षा मंत्री गोविन्द ठाकुर ने शिमला से जारी बयान में कहा कि प्रदेश की जयराम सरकार कोरोना के संकट काल में राज्य के सभी वर्गों के हितों का ख्याल रखा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर समाज के सभी वर्गों की सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं जीवन यापन के बारे घर के मुखिया की तरह संवेदनशील रहते हैं जिसका परिणाम है कि कोरोना संक्रमित मरीजों के ईलाज, टीकाकरण से लेकर घर-घर कोरोना किट पहुँचाने की वह व्यक्तिगत निगरानी कर रहे हैं।
गोविन्द ठाकुर ने कहा कि महामारी से सबसे अधिक प्रभावित परिवहन क्षेत्र रहा है जिनके लिए मुख्यमन्त्री द्वारा हिमाचल मंत्रिमंडल की 11 जून को हुई बैठक में लगभग 40 करोड़ रुपये की राहत प्रदान की है, जिसके अंतर्गत स्टेज कैरिज आपरेटरों के लिए कार्यशील पूंजी पर ब्याज अनुदान योजना शामिल है। इसके तहत प्रति बस 2 लाख रुपये की ऋण राशि और अधिकतम 20 लाख रुपये तक की ऋण राशि बस आपरेटरों को कार्यशील पूंजी के रूप में प्रदान की जाएगी। ऋण की अवधि 5 वर्ष के लिए होगी, जिसमें एक वर्ष अधिस्थगन अवधि का होगा। इसके अन्तर्गत 75 प्रतिशत ब्याज अनुदान रहेगा, जिसका भुगतान राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा। दूसरे वर्ष में ब्याज पर 50 प्रतिशत का ब्याज अनुदान दिया जाएगा, जो राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। इस योजना पर सरकार की ओर से करीब 11 करोड़ रुपए की राहत प्रदान की गई है।
गोविन्द ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की आर्थिकी में महत्वपूर्ण योगदान देने वाला पर्यटन क्षेत्र भी इस महामारी से बुरी तरह प्रभावित हुआ है, लोगों के उद्यम के साथ रोजगार पर भी विपरीत प्रभाव पड़ा है, जिसे समझते हुए प्रदेश के मुख्यमन्त्री द्वारा बैठक के दौरान पर्यटन उद्योग के लिए कार्यशील पूंजी ऋण पर ब्याज अनुदान के लिए योजना में संशोधन को स्वीकृति प्रदान की गई ताकि पर्यटन इकाई ऑपरेटरों को प्रचलित बाजार दरों से कम ब्याज दरों पर कार्यशील पूंजी प्राप्त हो सके।