मुख्यमंत्री ने प्रवासी भारतीयों को हिमाचल में निवेश के लिए किया आमंत्रित

शिमला, 27 अगस्त। इंडो-अमेरिकन बिजनेस एंड आर्ट्स काउंसिल (आईएबीएसी) ने सैन फ्रांसिस्को के भारतीय महाकॉन्सल के सहयोग से आज हिमाचल प्रदेश पर केंद्रित इंडो-यूएस परिसंवाद का आयोजन किया। खाड़ी क्षेत्र के हिमाचलियों ने वर्चुअल माध्यम से इस परिसंवाद को अपना सहयोग दिया।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस अवसर पर अपने वर्चुअल संदेश के माध्यम से संगोष्ठी में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों का स्वागत किया तथा आईएबीएसी के प्रयासों की सराहना करते की। उन्होंने देवभूमि हिमाचल की सुंदरता का भ्रमण करने और प्रदेश की प्रकृति का आनंद लेने के लिए उन्हें यहां आमंत्रित किया। उन्होंने इच्छुक निवेशकों को राज्य में निवेश के अपार अवसरों की संभावनाएं तलाशने के लिए भी न्यौता दिया।

अतिरिक्त मुख्य सचिव, उद्योग एवं ऊर्जा आर.डी. धीमान ने इस कार्यक्रम को आयोजित करने के लिए मुख्यमंत्री की ओर से आईएबीएसी का आभार व्यक्त किया और इस पहल पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा निवेशकों को प्रदान किए जा रहे विशेष प्रोत्साहनों जैसे- किफायती दरों पर भूमि की उपलब्धता, उच्च गुणवत्ता और भरोसेमंद बिजली व्यवस्था तथा अग्रसक्रिय व सुलभ प्रशासन से अवगत करवाया।

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश व्यापार में सुगमता सुधारों जैसे ऑनलाइन एकल खिड़की स्वीकृति प्रणाली, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों की इकाइयों की स्थापना के लिए स्व-प्रमाणन, मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा ऑनलाइन नियमित ट्रैकिंग और निगरानी में देश के अग्रणी राज्यों में एक है।

खाड़ी क्षेत्र सैन फ्रांसिस्को, कैलिफोर्निया का प्रतिनिधित्व करने वाले अमेरिकी महासभा के सदस्य रोहित खन्ना, सैन फ्रांसिस्को में भारत के कॉन्सल जनरल डा. नागेंद्र प्रसाद, सामाजिक कार्य विशेषज्ञ महेश निहलानी खाड़ी क्षेत्र के प्रमुख वक्ता थे। संगोष्ठी ने राज्य सरकार, व्यवसायों के राज्य में निवेश के नए अवसर तलाशने और व्यापार के अवसरों को साझा करने के लिए एक मंच प्रदान किया। रोहित खन्ना ने कहा कि वह मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा से हैं और प्रदेश की इस पहल का समर्थन करते हैं।