मुख्यमंत्री ने न्यूगलसरी पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्यों का लिया जायजा

शिमला, 12 अगस्त। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज किन्नौर जिला के न्यूगलसरी के नजदीक हुए भीषण भूस्खलन के कारण मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लेने के लिए आज घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने मृतकों और लापता लोगों के परिजनों से मिलकर अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं और आश्वासन दिया कि संकट की इस घड़ी में सरकार उनके साथ खड़ी है और उन्हें हर सम्भव सहायता प्रदान की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भावानगर पहुंचकर घायलों का कुशलक्षेम भी जाना। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की और चिकित्सा अधिकारियों को घायलों को बेहतर उपचार सुविधा प्रदान करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने आईटीबीपी, एनडीआरएफ, सीआईएसएफ, राज्य पुलिस बलों और स्थानीय लोगों द्वारा राहत और बचाव अभियान कार्य के लिए उनकी सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इस क्षेत्र का भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण भी करवाएगी ताकि भविष्य में इस प्रकार के हादसों को रोकने के लिए कोई स्थाई समाधान निकाला जा सके।

मुख्यमंत्री ने भावानगर में अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए बचाव टीमों, लापता लोगों और घायलों के परिजनों के ठहरने और भोजन की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राहत और बचाव कार्य संवेदनशीलता के साथ किया जाना चाहिए ताकि लापता लोगों को बचाया जा सके। उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों को घायलों को समुचित उपचार सुविधा प्रदान करने और गम्भीर रूप से घायल लोगों को शीघ्र प्रमुख अस्पतालों में स्थानांतरित करने के निर्देश दिए।

परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर, किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी, राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रणधीर शर्मा, राज्य वन निगम उपाध्यक्ष सूरत सिंह नेगी, पूर्व विधायक तेजवन्त नेगी, मुख्य सचिव राम सुभग सिंह, उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन, पुलिस अधीक्षक किन्नौर एस.आर. राणा, आईटीबीपी के कमांडेंट सुनील कण्डपाल व एनडीआरएफ के प्रभारी हरिओम भी इस अवसर पर उपस्थित थे।