वन महोत्सव के मौके पर जयराम ने आनी में लगाई विकास कार्यों की झड़ी

प्रदेश में रोपे जाएंगे विभिन्न प्रजाति के एक करोड़ से अधिक पौधे

234 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास

कुल्लू के निरमंड में उपमण्डलाधिकारी कार्यालय खोलने की घोषणा की

शिमला, 20 जुलाई। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कुल्लू जिला के निरमंड में लोगों की सुविधा के लिए उप-मंडलाधिकारी (नागरिक) कार्यालय खोलने की घोषणा की। वह आज कुल्लू जिला के निरमंड में 72वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव की अध्यक्षता कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने रूद्राक्ष का पौधा रोपित किया।

मुख्यमंत्री ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र निथर को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्तरोन्नत करने, राजकीय उच्च विद्यालय दुराह और कुशवा को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में स्तरोन्नत करने, प्राथमिक विद्यालय देवारी को राजकीय माध्यमिक विद्यालय में स्तरोन्नत करने, शावर में जल शक्ति विभाग का उप मंडल खोलने, ब्रौ से हनुमान घाट, रामपुर बाजार तक फुट ब्रिज का निर्माण करने और पंजेरा पशु औषधालय को पशु अस्पताल में स्तरोन्नत करने की घोषणा की।

निरमंड में आयोजित जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्वतीय राज्य होने के कारण हिमाचल में वनों का विशेष महत्व है। वह न केवल हिमालय क्षेत्र के पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं बल्कि राज्य की ग्रामीण आर्थिकी को सुदृढ़ करने में भी अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष राज्य के विभिन्न भागों में 14 हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में 1.40 करोड़ पौधे रोपित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बालिकाओं के सशक्तिकरण और हरित आवरण को बढ़ाने के लिए एक बूटा बेटी के नाम कार्यक्रम शुरू किया गया है।

मुख्यमंत्री ने पौध रोपण और वनों व वन्य जीवों के संरक्षण में अमूल्य योगदान के लिए वन अधिकारियों, कर्मचारियों, ग्राम वन समितियों इत्यादि को सम्मानित भी किया। उन्होंने नगर पालिकाओं और पंचायतों के वार्ड सदस्यों को स्थानीय समुदाय की सहायता से अपने-अपने क्षेत्रों में पौधरोपण के लिए पौधे प्रदान किए।

वन मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि राज्य सरकार वन संरक्षण को प्राथमिकता दे रही है और भू-जल स्तर बढ़ाने को महत्व दे रही है ताकि स्थानीय लोगों की पेयजल और सिंचाई संबंधी आवश्यकता को पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस वर्ष वन विभाग ने 14000 हेक्टेयर वन क्षेत्र में लगभग 1.40 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि 20 और 21 जुलाई, 2021 को दो दिवसीय विशेष पौधरोपण अभियान भी चलाया जा रहा है, जिसके तहत समाज के विभिन्न वर्गों, स्थानीय लोगों और संस्थाओं द्वारा 11 लाख पौधे लगाए जाएंगे।

इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने कुल्लू जिला के आनी विधानसभा क्षेत्र में लगभग 234 करोड़ रुपये लागत की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किए। उन्होंने 44.60 करोड़ रुपये लागत की 12 विकासात्मक परियोजनाएं समर्पित कीं, जिसमें 3.35 करोड़ रुपये की लागत से निरमंड में निर्मित बस अड्डा, 5.77 करोड़ रुपये की लागत से अरसू-कुंडाकोड सड़क, 7.26 करोड़ रुपये की लागत से विकास खण्ड निरमंड के अन्तर्गत ग्राम पंचायत बाड़ी, तुनान, पोशना, बाहवा, खरगा और कुशवा गांवों के लिए जलापूर्ति योजना, विकास खण्ड आनी के तहत 4.71 करोड़ रुपये की लागत से ग्राम पंचायत शिल्ली, गमोघ, लोट, दुराह की शेष बस्तियों के लिए (एनसी,पीसी) उठाऊ पेयजल योजना, 3.55 करोड़ रुपये की लागत से विकास खण्ड आनी के अन्तर्गत सीवी फ्रानाली, डिंगीधार और बियुंगल की शेष बस्तियों के लिए उठाऊ पेयजल योजना, 1.87 करोड़ रुपये की लागत से देवथन, थारवी सड़क, 5.60 करोड़ रुपये की लागत से शारू कपटी सड़क, 9.15 करोड़ रुपये की लागत से औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान भवन निरमंड, 51 लाख रुपये की लागत से कल्याण भवन आनी, 60 लाख रुपये की लागत से वन विश्राम गृह पनेऊ, 25 लाख रुपये की लागत से निर्मित निरीक्षण कुटीर चुनागई और 1.98 करोड़ रुपये की लागत से धनुधार में 22 केवी कंट्रोल प्वाइंट के उद्घाटन शामिल हैं।