चिंतपूर्णी श्रावण अष्टमी मेला की सभी तैयारियां पूर्ण

9 से 16 अगस्त तक कोरोना नियमों के साथ होगा शुरू : राघव शर्मा

शिमला, 5 अगस्त। प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां श्री चिंतपूर्णी में श्रावण अष्टमी मेले का आयोजन मानक संचालन प्रक्रिया के तहत तथा कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए 9 से 16 अगस्त तक किया जाएगा। मेले के सफल आयोजन को लेकर आज मंदिर आयुक्त एवं उपायुक्त ऊना राघव शर्मा की अध्यक्षता में चिंतपूर्णी सदन के सभागार में बैठक का आयोजन किया गया।

बैठक के दौरान उपायुक्त ने कहा कि श्रावण अष्टमी मेले के दौरान मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को कोविड नियमों का पालन करना  होगा। उन्होंने कहा कि श्रावण अष्टमी नवरात्र मेले के दृष्टिगत जिला प्रशासन ने कोविड-19 एसओपी जारी कर दी है।

उन्होंने कहा कि मेले के दौरान भजन-कीर्तन, सत्संग, भागवत तथा अन्य धार्मिक आयोजनों पर प्रतिबंध रहेगा। नवरात्र मेले के दौरान श्रद्धालुओं को चलते हुए ही दर्शन करने की अनुमति रहेगी। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं को धर्मशाला में केवल 50 प्रतिशत क्षमता के साथ ही ठहरने की अनुमति रहेगी। श्रद्धालुओं को दर्शन पर्ची लेने के साथ-साथ कोविड-19 की स्क्रीनिंग भी करवानी होगी। भीड़ के दृष्टिगत चिंतपूर्णी क्षेत्र में अस्थाई दुकानें नहीं खुल सकेगी तथा केवल सूखा प्रसाद ही चढ़ाया जा सकेगा। श्रद्धालुओं को मंदिर में बैठने, खड़े होने तथा इंतजार करने की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने बताया कि श्रदालुओं को मंदिर परिसर में झंडा ले जाने की अनुमति नहीं होगी, केवल मंदिर अधिकारी द्वारा चिन्हित स्थान पर ही झंडा चढ़ाया जा सकता है।

उपायुक्त राघव शर्मा ने कहा कि मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं को गेट एक व दो के माध्यम से निर्धारित सामाजिक दूरी अपनाते हुए भेजा जाएगा। मंदिर के अंदर श्रद्धालुओं का मूर्तियों, घंटियों इत्यादि को छूने पर मनाही रहेगी।

उन्होंने कहा कि मेले के दौरान कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए मेला क्षेत्र को दस सैक्टरों में बांटा जाएगा। लगभग एक हजार पुलिस व होमगार्ड के जवानों सहित त्वरित कार्यबल की टीमें तैनात रहेगी तथा कानून व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए पुलिस का एक कमांडो दस्ता आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए गठित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान डॉग स्क्वायड का प्रबंध भी किया जाएगा।