हिमाचल में स्थापित किया जाएगा मुर्रा भैंस प्रजनन केन्द्र : वीरेन्द्र कंवर
शिमला, 10 अक्तूबर। हिमाचल प्रदेश सरकार ऊना जिला के बरनोह में मुर्रा भैंस की देसी नसल की प्रजाति के संवर्धन के लिए केन्द्रीय प्रायोजित 506.45 लाख रुपये लागत से एक प्रजनन केन्द्र स्थापित करेगी ताकि मुर्रा भैंस की रोगमुक्त देसी नसल को बढ़ावा देकर हिमाचल प्रदेश तथा पड़ोसी राज्यों को उच्च गुणवत्ता के दूध, पनीर आदि पौष्टिक डायरी उत्पाद मुहैया करवाए जा सकें। पशुपालन मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने बताया कि यह प्रजनन केन्द्र 4 हैक्टेयर क्षेत्र में विकसित सिंचित उपजाऊ भूमि में हिमाचल प्रदेश लाईवस्टॉक व पोल्ट्री विकास बोर्ड के तत्वाधान में संचालित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रजनन केन्द्र के ढांचागत निर्माण का सिविल कार्य शुरु कर दिया है तथा ढांचागत सुविधाएं निर्मित करने के बाद प्रजनन केन्द्र का विधिवत संचालन कर दिया जाएगा। इस प्रजनन केन्द्र के माध्यम से विशुद्ध देसी नसल के भैंसों के फ्रोजन शुक्राणुओं को कृत्रिम गर्भाधान के माध्यम से समृद्ध पौष्टिक दूध प्रदान करने वाली मुर्रा भैंस की विशुद्ध देसी नस्ल की वंशवृद्धि की जाएगी ताकि हिमाचल प्रदेश सहित पंजाब, हरियाणा, दिल्ली राज्यों के उपभोक्ताओं को उचित कीमत पर प्रमाणित स्वास्थ्यवर्धक डेयरी उत्पाद मुहैया करवाए जा सकें।
वीरेन्द्र कंवर ने बताया की इस प्रजनन फार्म में राज्य सरकार 50 रोगमुक्त भैसों के पालन के लिए 75 लाख रुपये की लागत से अतिआधुनिक सुविधाओं से सुसजित तीन शैड स्थापित करेगी। विशिष्ट स्वास्थ्य एवं रोगमुक्त नसल की पहले या दूसरे दुग्धपायन की 30 व्यस्क भैसों तथा 20 बछड़ों को 36 लाख रुपये की लागत से दो बैचों में सरकारी फार्म/निजी फार्म या किसानों से सीधे तौर पर खरीदा जाएगा। राज्य सरकार निरोगी मुर्रा सांडों के उच्च गुणवत्ता के शुक्राणुओं को राज्य में किसानों के कृत्रिम गर्भाधान के लिए प्रदान करेगी तथा सरप्लस शुक्राणुओं को पंजाब, हरियाणा, दिल्ली तथा उत्तर प्रदेश के किसानों को उपलब्ध करवाया जाएगा ताकि इन राज्यों उच्च गुणवत्ता के शुक्राणुओं की बढ़ती हुई मांग को पूरा किया जा सके व क्षेत्र में पौष्टिक और स्वास्थ्य के लिए हितकर दूध उत्पादन को बढ़ावा मिल सके।