कुल्लू एसपी-एएसपी थप्पड़ प्रकरण
शिमला, 2 जुलाई। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के हिमाचल दौरे के दौरान कुल्लू के भूंतर एयरपोर्ट पर कुल्लू के तत्कालीन एसपी गौरव सिंह द्वारा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सुरक्षा प्रभारी एएसपी बृजेश सूद को थप्पड़ मारने के प्रकरण में आखिरकार बृजेश सूद को न्याय मिल गया है। इस प्रकरण में डीआईजी मंडी द्वारा भेजी गई रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए प्रदेश सरकार ने बृजेश सूद को फिर से मुख्यमंत्री के सुरक्षा प्रभारी के रूप में बहाल कर दिया है। इस संबंध में आज प्रदेश सरकार ने अधिसूचना जारी कर दी। इसी के साथ बृजेश सूद को इस सारे प्रकरण में फिलहाल न्याय मिला है। हालांकि विभागीय तौर पर थप्पड़ मारने के दोषी एसपी गौरव सिंह के खिलाफ अभी तक सरकार ने कार्रवाई नहीं की है। इस संबंध में प्रदेश सरकार ने पहले तत्काल कार्रवाई करते हुए कुल्लू के एसपी को उनके पद से हटाकर मंडी में शिफ्ट कर दिया था जबकि एएसपी बृजेश सूद और मुख्यमंत्री के पीएसओ बलवंत सिंह को पुलिस मुख्यालय में अटैच किया गया था। बाद में गौरव सिंह और बलवंत सिंह को सस्पेंड कर दिया गया जबकि बृजेश सूद को फिर से उनकी ड्यूटी पर बहाल कर दिया। मुख्यमंत्री के सुरक्षा प्रभारी लगाए गए एएसपी पुनीत रघु को फिर से पंडोह स्थित थर्ड बटालियन में तैनाती दी गई है।
ये थप्पड़ प्रकरण 23 जून को कुल्लू में भूंतर एयरपोर्ट के बाहर हुआ था। इस प्रकरण में प्रदेश सरकार द्वारा पीड़ित एएसपी बृजेश सूद को भी थप्पड़ मारने वाले गौरव सिंह के बराबर सजा दिए जाने पर प्रदेश सरकार की व्यापक निंदा हुई थी जिस पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को सफाई तक देनी पड़ी थी। इस प्रकरण में सरकार पर बने दबाव का ही नतीजा था कि आरोपी गौरव सिंह को सरकार को सस्पेंड करना पड़ा। हालांकि गौरव सिंह के साथ सरकार ने मुख्यमंत्री के पीएसओ रहे बलवंत सिंह को भी सस्पेंड कर दिया है। बलवंत सिंह ने बृजेश सूद को थप्पड़ मारने वाले कुल्लू के एसपी गौरव सिंह को मौके पर ही लात जमा दी थी। जिस पर उन्हें सस्पेंड किया गया है। इस सारे प्रकरण में प्रदेश सरकार अभी भी कुल्लू के तत्कालीन एसपी गौरव सिंह का अंदरखाते बचाव कर रही है और प्रदेश सरकार ने इस सारे प्रकरण की रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजने से इनकार कर दिया है। ऐसा करने पर गौरव सिंह को भविष्य में केंद्र अथवा प्रदेश सरकार में किसी भी संवेदनशील पद पर तैनाती नहीं मिलेगी।