सखी केंद्र वन स्टॉप सेंटर प्रताड़ित महिलाओं के लिए वरदान

सखी केंद्र वन स्टॉप सेंटर प्रताड़ित महिलाओं के लिए वरदान

शिमला, 10 जुलाई। महिला एवं बाल विकास विभाग, भारत सरकार एवं हिमाचल प्रदेश सरकार के सौजन्य से जिला ऊना में सखी केंद्र वन स्टॉप सेंटर संचालित किया जा रहा है। इस सखी केंद्र में प्रताड़ित अथवा घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं को अस्थाई आश्रय की सुविधा दी जाती है। इस संबंध में जानकारी देते हुए उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने बताया कि सखी ने 30 मई, 2019 से कार्य करना आरंभ कर दिया है। इस केंद्र में घरेलू हिंसा की शिकार, मारपीट, दुष्कर्म, लैंगिक उत्पीड़न, भावनात्मक उत्पीड़न, बाल विवाह, महिला तस्करी, दहेज उत्पीड़न, साइबर क्राइम, बेसहारा महिलाएं तथा अन्य अपराधों से पीड़ित महिलाओं को अस्थाई तौर पर आश्रय प्रदान किया जाता है।

उपायुक्त ने बताया कि इस केंद्र में प्रताड़ित महिलाओं को अधिकतम 5 दिन तक रहने व खाने की निःशुल्क सुविधा प्रदान की जाती है इसके अलावा उन्हें आवश्यकतानुसार चिकित्सीय तथा कानूनी मदद के साथ-साथ मनोवैज्ञानिक परामर्श भी प्रदान किया जाता है। सुरक्षा की  दृष्टि से सखी केंद्र में सीसीटीवी कैमरों की भी व्यवस्था की गई है ताकि बाहरी कार्यप्रणाली पर नजर रखी जा सके। इससका अनुगमन जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यालय से किया जाता है।

राघव शर्मा ने बताया कि पांच दिन पूरा होने के बाद पीड़ित महिला को उसकी पारिवारिक स्थिति के मद्देनजर नारी सेवा सदन, शिमला के मशोबरा में भेज दिया जाता है। इस केंद्र में घरेलू हिंसा से प्रभावित महिलाओं को एक ही छत के नीचे जरूरी सुविधाएं व सहायता प्रदान की जाती है। कोई भी जरुरतमंद महिला फोन नंबर 01975-225844 पर सम्पर्क कर सकती है ।