महिलाओं को सम्मान निधि के मुद्दे पर निर्वाचन आयोग पहुंची भाजपा सुक्खू सरकार पर प्रदेश की 22 लाख महिलाओं के अपमान का आरोप
शिमला, हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार द्वारा घोषित इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के मुद्दे पर विपक्षी दल भाजपा मंगलवार को निर्वाचन आयोग पहुंची। भाजपा ने इस योजना के नाम पर प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार पर आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया और मुख्य निर्वाचन अधिकारी से इस योजना के तहत भरवाए जा रहे फार्म पर तुरंत रोक लगाने की मांग की। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत सौंपने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों से पहले राज्य की 18 से 60 वर्ष की सभी महिलाओं को 1500 रुपए की सम्मान राशि देने की गारंटी दी थी, लेकिन सरकार ने दो बजट पेश करने के बाद भी इस गारंटी को शुरू नहीं किया। अब जब लोकसभा चुनाव सिर पर आ गए तो महिलाओं को फिर से गुमराह करने के लिए इस योजना के तहत फार्म भरवाने शुरू कर दिए गए हैं। जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार ने इस योजना के लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं किया है। इसके बावजूद सरकार योजना के फार्म भरवाकर चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन कर रही है। यही नहीं, महिलाओं को यह कहकर भी डराया जा रहा है कि अगर उन्होंने फार्म भरने में देर की तो वह इस योजना के लिए पात्र नहीं रहेंगी। उन्होंने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से फार्म भरने की प्रक्रिया पर तुरंत रोक लगाने की मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की इस हरकत से भाजपा की जीत पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अभी तक सिर्फ गांधी परिवार का नाम ही योजनाओं से जुड़ता था, लेकिन अब सुक्खू ने अपना नाम योजनाओं में जोड़ना जरूरी कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने राज्य की सभी महिलाओं को सम्मान निधि देने की गारंटी दी थी, लेकिन अब इसे केवल 5 लाख महिलाओं तक ही सीमित कर दिया है। उन्होंने सरकार की इस योजना को प्रदेश की आधी आबादी के साथ भद्दा मजाक करार दिया और इसे तुरंत बंद करने की मांग की। उन्होंने कहा कि यह योजना प्रदेश की महिलाओं का अपमान है। जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री पर झूठ बोलने के सभी रिकार्ड तोड़ देने का भी आरोप लगाया।