जयराम ठाकुर ने मांगा सूक्खु का इस्तीफा,
दोबारा जनमत हासिल करने की चुनौती
02 जनवरी। हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सूक्खु सरकार द्वारा सत्ता में 2 साल पूरा होने के बावजूद विधानसभा चुनाव में दी गई गारंटियों को कथित तौर पर पूरा नहीं करने पर विपक्षी दल भाजपा में तेवर तीखे कर लिए हैं। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने वीरवार को शिमला में एक पत्रकार वार्ता में सरकार खासकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खु पर जोरदार राजनीतिक हमले बोले और कहा कि मुख्यमंत्री विधानसभा चुनाव में लोगों को दी गई गारंटियों को पूरा नहीं करने के लिए जनता से माफी मांगे या फिर मुख्यमंत्री त्यागपत्र देकर दोबारा जनमत हासिल करें क्योंकि गारंटियां पूरी न करके मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता के साथ धोखा किया है। उन्होंने कहा कि सूक्खु सरकार न तो गारंटियां पूरा करने में सफल हुई है और न ही उसकी मंसा गारंटियां पूरी करने की है। जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आने से पहले गारंटी दी थी कि वह सत्ता में आने पर प्रदेश के लोगों को बिना किसी भेदभाव के 300 यूनिट फ्री बिजली देगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार को जनमत उसकी गारंटियों की वजह से मिला है लेकिन सत्ता में 2 साल पूरे होने के बावजूद सूक्खु सरकार गारंटियों के विपरीत काम कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जनमत गारंटियों के माध्यम से हासिल किया है लेकिन अब उन्हीं गारंटियों के उलट सरकार काम कर रही है। नेता प्रतिपक्ष ने सरकार से पूछा कि उसे मुख्यमंत्री, मंत्रियों और अन्य लोगों द्वारा सब्सिडी छोड़ने से कितनी आय होगी। उन्होंने यह भी पूछा की मुख्यमंत्री द्वारा बीते रोज सब्सिडी छोड़ने की घोषणा किस प्रकार लागू होगी और क्या यह योजना स्वेच्छिक है या फिर इसे जबरन सक्षम लोगों पर थोपा जाएगा। उन्होंने सरकार से यह स्पष्ट करने को भी कहा कि 125 यूनिट फ्री बिजली को खत्म करने के सरकार के आदेशों का क्या हुआ। जयराम ठाकुर ने कहा कि वास्तव में सरकार के पास ऐसा कोई आंकड़ा ही नहीं है जिससे पता चल सके कि प्रदेश में कितने टैक्स देने वाले लोग हैं जिनकी 125 यूनिट फ्री बिजली बंद की जा सके। उन्होंने कहा कि यही कुछ मुख्यमंत्री की सक्षम लोगों द्वारा बिजली पर सब्सिडी छोड़ने की घोषणा के साथ भी होने वाला है। जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खु प्रदेश की जनता पर टैक्स लगाकर सरकार चलाना चाहते हैं। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस सरकार ने कल्पना से परे टैक्स लोगों पर लगा दिए हैं। लेकिन इस सबके बावजूद सूक्खु सरकार बीते 5 महीना से अपने आउटसोर्स कर्मचारियों को वेतन भी नहीं दे पाई है। उन्होंने कहा कि सरकार ने डीजल, बिजली, पानी सहित सभी चीजें 2 साल में महंगी कर दी हैं। जयराम ठाकुर ने यह भी कहा कि हिमाचल में वर्ष 2024 की शुरुआत राजनीतिक उथल-पुथल के साथ हुई और साल भर कभी टॉयलेट टैक्स, कभी समोसे की जांच, कभी जंगली मुर्गा विवाद और साल के अंत में यूरिनल टैक्स जैसे मुद्दे छाए रहे तथा विकास ठप्प पड़ा रहा। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार का 2 साल का कार्यकाल अत्यंत निराशाजनक रहा। कांग्रेस ने गारंटियों के बलबूते सत्ता हासिल की लेकिन अब गारंटियों के नाम पर मूक होकर बैठ गई है। उन्होंने कहा कि हिमाचल बीते 2 सालों में बहुत पीछे चला गया है। उन्होंने ये भी कहा कि जनता को सरकार के फैसलों से भरोसा उठ गया है क्योंकि सरकार आज फैसला लेती है और कल उसे पलट देती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बेहाल है और व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर व्यवस्थाओं का पतन हो रहा है। जयराम ठाकुर ने यह भी कहा कि किसी भी सरकार का पहला साल सामान्य रहता है लेकिन दूसरे साल में परिपक्वता दिखनी चाहिए जो सूक्खु सरकार में पूरी तरह से नदारद है। उन्होंने कहा कि सूक्खु सरकार में शून्य परिपक्वता है और सभी फैसला जल्दबाजी में लिये गए। नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खु पर स्कूल बंद करने के मामले में झूठ बोलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार ने राजनीतिक रंजिश के चलते 1100 प्राइमरी स्कूल बंद कर दिए हैं जिनकी वजह से अनेकों बच्चों को अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़कर घर बैठना पड़ा है। एक सवाल का जवाब में जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को यह स्वीकार करना चाहिए कि केंद्र की मदद की वजह से ही हिमाचल में सरकार चल पा रही है।