सरकारी तंत्र का बुरा-हाल, पिछले 6 माह से एक अध्यापक के भरोसे चल रहा नवादा स्कूल

सरकारी तंत्र का बुरा-हाल, पिछले 6 माह से एक अध्यापक के भरोसे चल रहा नवादा स्कूल

सरकारी तंत्र का बुरा-हाल, पिछले 6 माह से एक अध्यापक के भरोसे चल रहा नवादा स्कूल 

शिक्षा मंत्री कों चेतावनी, शिक्षकों की तैनाती करें नहीं तो करेंगे चक्का जाम

पांवटा साहिब 13 जून :- सिरमौर का एक स्कूल ऐसा भी जहाँ सिर्फ एक शिक्षक के भरोसे बच्चे स्कूल में पढ़ाई करने पहुंच रहे हैँ लेकिन दिलचस्प बात आज यह है कि  वह एक शिक्षक भी स्कूल नहीं पहुंची जिसके बाद स्कूल परिसर के बाहर बच्चे अपने परिजनों समेत धरने पर बैठ गए और शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन किया, परिजनों ने शिक्षा विभाग कों भी चेताया, और शिक्षकों की नियुक्ति करने को कहा। बताते चले कि पांवटा साहिब की नवादा पंचायत के अंतर्गत प्राथमिक पाठशाला एक नवादा में अध्यापक का अभाव होने से आज ग्रामीणों ने अपने बच्चों को स्कूल जाने से रोक दिया और स्कूल परिसर के बाहर एक पेड़ के नीचे अपने बच्चों के साथ शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया.नवादा प्राथमिक पाठशाला एक में पिछले 6 महीने से भी ज्यादा समय से टीचर का रिक्त पद चला हुआ है। दिलचस्प बात यह है कि स्कूल में 43 बच्चे पढ़ते हैं और यहां मौजूदा समय में केवल एक ही टीचर मौजूद है.ऐसे में बच्चों की शिक्षा पर गहरा असर पड़ रहा है और पढ़ाई तो मानो राम भरोसे चल रही हो.आज ग्रामीणों केध भी सब्र का बांध टूट गया और अपने बच्चों को स्कूल जाने से रोक दिया इतना ही नहीं ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि कल यहां पर दूसरे अध्यापक की तैनाती नहीं हुई तो यह लोग स्कूल में ताला जड़ देंगे और अगर उसके बाद भी यहां कोई टीचर तैनात नहीं किया गया तो लोग चक्का जाम करेंगे। स्थानीय पंचायत प्रधान राज खातून ने भी सरकार को खरी खोटी सुनाते हुए पूछा क्या इस तरह से आगे बढ़ेगा इंडिया जब शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाएगा भारत का भविष्य.स्थानीय पंचायत प्रधान ने शिक्षा विभाग पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि कई स्कूल ऐसे हैं। जहां पर मात्र पांच बच्चों को पढ़ने के लिए चार-चार टीचर तैनात किए गए हैं और एक  स्कूल ऐसा भी है जहां 48 बच्चों को पढ़ने के लिए पिछले 6 महीने से भी ज्यादा समय से केवल एक ही टीचर तैनात किया गया है। स्थानीय ग्रामीणों ने इस पूरे मामले पर शिक्षा विभाग और शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर से तुरंत प्रभाव से एक्शन लेने की गुहार लगाई नहीं तो  कल स्कूल में ताला जड़ देंगे और उसके बाद भी अगर समाधान ना हुआ तो अभिभावक चक्का जाम करने से भी गुरेज नहीं करेंगे.