मौसम की मार
हिमाचल के चार जिलों चंबा, किन्नौर, कुल्लू और लाहौल स्पीति में हिमस्खलन की चेतावनी
लाहौल स्पीति और पांगी व भरमौर में शिक्षण संस्थान बंद
भारी बर्फबारी से राज्य में सैकड़ों सड़कें बंद, जनजीवन प्रभावित
शिमला, 27 फरवरी। हिमाचल प्रदेश पर एक बार फिर आसमानी आफत का खतरा मंडरा रहा है। अभी तक सूखे की मार झेल रहे हिमाचल पर अब हिम आफत का खतरा बढ़ गया है। मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार प्रदेश में खासकर जनजातीय और अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हो रही भारी बर्फबारी से राज्य में हिमस्खलन का खतरा बढ़ गया है। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने राज्य के चार जिलों चंबा, किन्नौर, कुल्लू और लाहौल स्थिति में हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के अनुसार हिमस्खलन की यह घटनाएं समुद्र तल से 2300 मीटर की ऊंचाई से ऊपर स्थित इलाकों में हो सकती है। ऐसे में विभाग ने स्थानीय लोगों और खासकर पर्यटकों को हिमस्खलन संभावित स्थानों से दूर रहने तथा बर्फबारी के दौरान घरों में ही बने रहने की सलाह दी है ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। हिमस्खलन की आशंका को देखते हुए लाहौल स्पीति और चंबा जिला के पांगी और भरमौर में स्थानीय प्रशासन ने शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया है। इस बीच प्रदेश में के जनजातीय जिलों लाहौल स्पीति, किन्नौर, चंबा जिला के पांगी और भरमौर, शिमला जिला के डोडरा क्वार, चांशल, चूड़धार, नारकंडा, हाटू पीक, खड़ा पत्थर और खिड़की, कुल्लू जिला के सोलंग नाला, धुंधी, रोहतांग दर्रे, कांगड़ा जिला की धौलाधार पहाड़ियों और सिरमौर जिला के ऊपरी क्षेत्र हरिपुरधार, गत्ताधार व चूड़धार चोटियों तथा मंडी जिला के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में आज दिनभर रुक-रुक कर बर्फबारी होती रही। जबकि राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में आज दिनभर रुक-रुक कर वर्षा का सिलसिला जारी रहा। कुल्लू जिला की जलोड़ी जोत में भारी बर्फबारी के कारण कल्लू और शिमला जिला को जोड़ने वाला जलोड़ी दर्रा भी बंद हो गया है। राज्य में हो रही भारी बर्फबारी के कारण अभी तक 300 से अधिक सड़कें बंद हो गई हैं। लाहौल स्पीति में आज तीसरे दिन भी बर्फवारी का दौर जारी। घाटी में अब तक डेढ़ से चार फुट तक ताजा बर्फ गिर चुकी है। लगातार हो रही बर्फबारी से जिला में सामान्य जनजीवन अस्त व्यस्त है। नेशनल हाइवे नम्बर तीन के बंद होने से लाहौल घाटी का दूसरे दिन भी शेष देश दुनिया से सड़क सम्पर्क कटा रहा। मनाली के ऊपरी इलाक़ों में आज दिन भर बर्फबारी का दौर जारी रहा। बर्फबारी के कारण लाहौल घाटी की सभी 134 व स्पीति की 31 सम्पर्क सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बन्द हैं। जिला के कार्यकारी उपायुक्त रजनीश शर्मा ने लोगों को बर्फवारी में अनावश्यक यात्रा न करने सलाह दी है। बर्फबारी के चलते मनाली से अटल टनल रोहतांग की ओर जाने वाला मार्ग बंद हो गया है और वाहनों को मनाली से आगे जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है। जनजातीय जिला किन्नौर के ऊंची चोटियों पर दिन भर हिमपात और निचले इलाकों में बारिश होती रही। बारिश व बर्फबारी से जिला चम्बा की 40 सड़कें और 140 बिजली ट्रांसफार्मर बन्द हो गए हैं। बर्फबारी के कारण शिमला जिला में 8 सड़कें बंद हैं। इनमें तीन राष्ट्रीय राजमार्ग और पांच संपर्क सड़कें शामिल है। नारकंडा में आज दोपहर बाद से हो रही व्यापक बर्फबारी के कारण इस सड़क पर यातायात बंद कर दिया गया है और शिमला से किन्नौर की ओर जाने वाले वाहनों को किंगल से वाया लुहरी-सुन्नी होकर चलाए जा रहा है। रोहडू के लिए खड़ा पत्थर, चौपाल के लिए खिड़की और डोडरा क्वार के लिए चांशल में सड़कें बंद हो गई हैं। बॉक्स चंबा और कांगड़ा में भारी से अति भारी बर्फबारी और वर्षा का ऑरेंज अलर्ट मौसम विभाग ने 28 फरवरी को हिमाचल प्रदेश के चंबा और कांगड़ा जिलों में अलग-अलग स्थान पर भारी से बहुत भारी वर्षा और बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विभाग ने इस दौरान कुल्लू, मंडी, शिमला और सिरमौर जिलों में भी अलग-अलग स्थान पर भारी वर्षा व बर्फबारी का येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार पहली मार्च से 5 मार्च तक राज्य में वर्षा और बर्फबारी संबंधी गतिविधियों में कुछ कमी आएगी। हालांकि इस दौरान राज्य में अलग-अलग स्थानों पर वर्षा और बर्फबारी का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। बॉक्स कहां कितनी बर्फबारी और वर्षा हिमाचल प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान कोकसर में 37 सेंटीमीटर, गोंदला में 25, केलांग में 20, खदराला में 12, कुकमसेरी में 10, हंसा में आठ और कल्पा में 4 सेंटीमीटर ताजा बर्फारी दर्ज की गई। इस दौरान चंबा के सलूणी में सर्वाधिक 32 मिलीमीटर, कोठी में 30, सराहन में 29, भावनगर में 24, मनाली में 19, बंजार में 18, भरमौर में 17, जुब्बल में 13, भुंतर में 11, रोहडू में 10 और धर्मशाला में 6 मिली मीटर ताजा वर्षा दर्ज की गई।