बरसात के मौसम में स्क्रब टाइफस से बचने की सलाह दी स्वास्थ्य विभाग ने

बरसात के मौसम में स्क्रब टाइफस से बचने की सलाह दी स्वास्थ्य विभाग ने

स्क्रब टाइफस वाले मरीज को 104 से 105 डिग्री तक होती है बुखार

शिमला, 17 जुलाई। उपायुक्त बिलासपुर पंकज राय ने कहा है कि बरसात के मौसम में स्क्रब टाइफस फैलने का मामला आता है। कोविड के साथ-साथ इसकी जानकारी भी आम जनता को होनी आवश्यक है ताकि इससे समय रहते बचा जा सके। उन्होंने बताया कि स्क्रब टाइफस एक रिकेटसिया नामक जीवाणु से फैलता है जो कि पिसुओं में पाया जाता है। संक्रमित पिसू, जंगली चूहों में पाए जाते हैं जोकि घरों के आस-पास उगी घास व खेतों से घरों में आ जाते हैं और पिसू घरों में फैल जाते हैं। जब संक्रमित पिसू स्वस्थ आदमी को काटता है तो स्क्रब टाइफस फैलाता है। इससे बचने के लिए घरों के आस-पास उगी घास पतवार को साफ कर देना चाहिए, घरों के अन्दर साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए व पिसुओं को मारने के लिए घरों में किटनाशक का छिड़काव करना चाहिए। खेतों में काम करते समय शरीर को पूरे ढके हुए कपड़े पहनने चाहिए तथा पैरों को पूरे ढकने वाले जुते पहनने चाहिए।

इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. प्रवीन कुमार ने कहा है कि स्क्रब टाइफस वाले मरीज को 104 से 105 डिग्री तक बुखार होता है, जोड़ों में दर्द, गर्दन, बाजुओं के निचले भाग व कुल्हों में गिल्टियां होना इसके लक्षण होते हैं। उन्होंने बताया कि कोई भी लक्षण दिखाई दे तो तुरन्त नजदीक के स्वाथ्य केन्द्र जाकर डाक्टर को दिखाएं।