जननायक भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर एबीवीपी शिमला ने दी श्रद्धांजलि

जननायक भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर एबीवीपी शिमला ने दी श्रद्धांजलि

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला शिमला की कोटशेरा, संजौली, आरकेमवी, सांध्यकालीन अध्ययन विभाग, सुन्नी, कोटी एवं धामी इकाई द्वारा जननायक, भगवान बिरसा मुंडा जी की जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की गई। एबीवीपी ने सभी महाविद्यालयों की इकाइयों में जनजातीय गौरव दिवस एवं बिरसा मुंडा की जयंती को मनाया। 1875 में 15 नवंबर को जनजातीय समाज में पैदा हुए बिरसा मुंडा ने मात्र 25 साल की उम्र में ही स्वतंत्रता संग्राम और आदिवासियों के उत्थान के लिए अपना बलिदान दे दिया था। जिला संयोजक मयंक कुमार ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारतभूमि पर ऐसे कई नायक पैदा हुए जिन्होंने इतिहास में अपना नाम स्वर्णाक्षरों से लिखवाया। एक छोटी सी आवाज को नारा बनने में देर नहीं लगती बस दम उस आवाज को उठाने वाले में होना चाहिए और इसकी जीती जागती मिसाल थे बिरसा मुंडा। बिरसा मुंडा ने बिहार और झारखंड के विकास और भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में अहम रोल निभाया। उन्होंने कहा कि शक्ति और साहस के परिचायक बिरसा मुंडा आज के समाज के लिए एक आदर्श व्यक्तित्व है। समाज को उनके जीवन से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है।
समाज को एक नई दिशा एवं दशा देने का कार्य बिरसा मुंडा ने किया है। 146 वीं जयंती के उपलक्ष्य में विद्यार्थी परिषद ने महाविद्यालयों में बिरसा मुंडा के साहस एवं बलिदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।