संदीप उपाध्याय
शिमला. कांग्रेस को नए प्रभारी के रुप में राजनीति के बड़े खिलाड़ी राजीव शुक्ला मिल गए हैं। प्रदेश के कांग्रेस नेताओं के लिए राजीव शुक्ला नया चेहरा हैं भी नहीं भी हैं। कई कांग्रेसी नेता पहले से ही राजीव शुक्ला से परिचित हैं तो कई के लिए वह बिल्कुल ही नए हैं। राजीव शुक्ला के प्रदेश प्रभारी बनने के बाद प्रदेश के कांग्रेसी नेता उनसे नजदीकीयां बढ़ाने के लिए दिल्ली में हाजिरी लगाने पहुंच गए। पार्टी प्रोटोकोल के अनुसार प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर और विधानसभा में विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने दिल्ली में राजीव शुक्ला से मुलाकात की। इन दो नेताओं के अलावा नयनादेवी के विधायक रामलाल ठाकुर और हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के पूर्व सांसद सुरेश चंदेल ने भी दिल्ली में मुलाकात की। राजीव शुक्ला से मुलाकात की सूचना जनता तक पहुंचाने के लिए सभी अपने फोटो सोशल मीडिया में पोस्ट किए। इनके अलावा पूर्व मंत्री आशा कुमारी और सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा के भी राजीव शुक्ला से मुलाकात करने की सूचना है। हालांकि इन तीन नेताओं ने मीडिया में कोई सूचना नहीं दी और न ही फोटो पोस्ट की है। जिससे इनके मिलने की पुष्टि नहीं हैं।
राजीव शुक्ला के साथ कांग्रेसी नेताओं की मुलाकात का मकसद अब प्रदेश में बनने वाले नए सियासी समीकरण में अपने आप को प्रभावशाली बनाना है। नेताओं की यह मुलाकात पूरी तरह कुर्सी पाने और कुर्सी बचाने के लिए ही रही है। कई नेता प्रदेशाध्यक्ष पद पाने के लिए तो कई आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी टिकट पक्की करने के लिए प्रभारी से नजदीकियां बढ़ा रहे हैं। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर स्वयं ही जानते हैं कि नए प्रभारी बनने के बाद अब उनको पद से हटाने की मुहिम तेज होगी। प्रदेशाध्यक्ष को हटाने को खुद प्रदेशाध्यक्ष बनने के मुहिम कई नेता पहले से ही चला रहे हैं लेकिन रजनी पाटिल के प्रभारी रहते हुए उनकी मुहिम कामयाब नहीं हुई। इसका कारण यह माना जाता है कि रजनी पाटिल के प्रभारी रहते हुए ही कुलदीप राठौर प्रदेशाध्यक्ष पद पर बैठे थे। जिसके कारण रजनी पाटिल किसी भी कीमत पर कुलदीप राठौर को हटाने की बात स्वीकार नहीं कर सकती थीं। अब रजनी पाटिल की विदाई हो गई है और राजीव शुक्ला नए प्रभारी हो गए हैं। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष पद के दाबेदार नेता अब राजीव शुक्ला के समक्ष अपनी दाबेदारी पेश करेंगे। हो सकता है कि कुछ नेताओं ने राजीव शुक्ला से हुई अपनी पहली मुलाकात में ही प्रदेशाध्यक्ष बदलने और नए प्रदेशाध्यक्ष बनाने की बात की हो। लेकिन यह तय है कि नए प्रभारी से मुलाकात करने वाले नेता प्रदेशाध्यक्ष के दाबेदारी अवश्य करेंगे। वर्तमान में कांग्रेस में प्रदेशाध्यक्ष पद के दाबदारों में पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर, रामलाल ठाकुर, आशा कुमारी को प्रमुख रुप से देखा जा रहा है और इन्हीं नामों की चर्चा कांग्रेस में पर्दे के पीछे होती रही है। हांलांकि कुछ नेता विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री को भी प्रदेशाध्यक्ष बनाने की बात करते रहे हैं लेकिन मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेशाध्यक्ष पद पर दाबेदारी कभी नहीं की। पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर और जीएस बाली ने की अभी तक राजीव शुक्ला से मिलने की सूचना नहीं है। हो सकता है कि पार्टी के दोनों सीनियर नेताओं ने फोन पर बात की हो और प्रभारी बनने की बधाई दी हो। अब राजीव शुक्ला प्रदेश के दो द्विवसीय दौरे पर आ रहे हैं। जिसमें वह संगठन के सभी पदाधिकारियों, सीनियर नेताओं और पार्टी के विधायकों से मुलाकात करेंगे। इस दौरे में राजीव शुक्ला को प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति, पार्टी के अंदर गुटबाजी, जनता के बीच प्रभावशाली नेता आदि के बारे में जानकारी हासिल होगी। पार्टी नेताओं और विधायकों की ओर से मिलने वाले फीडबैक के आधार पर राजीव शुक्ला पार्टी के आगामी रणनीति तय करेंगे। अब देखना है कि प्रदेश के नेता अपने प्रभारी को क्या फीडबैक देते हैं तो फिर कांग्रेस के रणनीति में क्या नया बदलाव होता है।