जिला के नदी-नालो के पानी को शुद्ध करने के लिए 39 प्रकार के जल शोधक पौधे किए जाएगे रोपित
नाहन 05 जून- विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर उपायुक्त सिरमौर डा0 आर0के0 परूथी ने कालाअम्ब पंचायत के जाटां वाला नाला में वापिस कार्यक्रम के अतंर्गत पौधा रोपण किया।
इस अवसर पर जिला सिरमौर मे वायु व जल को शुद्ध करने के लिए वापिस अभियान का शुभांरभ किया उन्होने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत जिला सिरमौर के नालो के पानी को शुद्ध करने के लिए 39 प्रकार के जल शोधक पौधे रोपित किए जाएगे।
उन्होने कहा कि हिमाचल प्रदेश में आज सात ऐसी नदियां है जिसका जल काफि प्रदूषित है जो भी हमारा वेस्टीज है हम नदी नालो में डाल देते जो पानी को गन्दा कर देते है जिला में ऐसे पौधे लगाए जाएगे जिसकी जडे पानी को साफ करने काम करती है उन्होने बताया कि आज के दिन सभी लोग अपने आस पास पेड-पौधे लगाऐ ऐसे जीव-जन्तु और पेड-पौधे जो लुप्त होते जा रहे है उनका संरक्षण व संवर्घन किया जाए। ऐसे पौधे लगाए जाएंे जो हमारी वायु और जल को शुद्ध करते हो तथा दैनिक जीवन में हमारे प्रयोग में आऐं
उन्होने बताया कि आर्युवेदिक विभाग चार चरणो में कार्य करेगा जिसमे पहले चरण में मुख्यमंत्री एक बीघा जमीन के अंतर्गत कार्य करेगा उसमें लोगो को दैनिक उपयोग के पौधे लगाने के लिए प्रेरित करेगा जिसको सुरक्षा चक्र का नाम दिया गया ताकि सभी लोग अधिक से अधिक पौधे लगाऐ, दूसरे चरण को मायाचक्र का नाम दिया गया है जिसमें जो लोग व्यवसायिक दृष्टि से औषधीय पौधे लगाना चाहते है उन्हे स्टेट मेडिसन प्लांट के माध्यम से किसानो को जानकारी दी जाएगी। तीसरे चरण में लोगो को काढा बनाने की विधि सिखाई जाएगी जिसके लिए आर्युवैदिक विभाग 6 जगहो पर वातशाला लगाएगा जिसमें रोज लोग काढा बनाएगे और सभी का काढा पिने के लिए दिया जाएगा आर्युवैदिक अस्पताल में आने वाले समय में इस विभाग द्वारा निर्धारित मूल्य पर काढा दिया जाएगा। चौथे चरण में आर्युवैदिक भवन की दो मंजिल कोविड आर्युवैदिक अस्पताल के नाम से जाना जाएगी जो कोविड जैसी महामारी पर अनुसंधान करेगा। जिन लोगो में आईएलआई व सभी तरह के चिन्ह है जैसे बुखार, खांसी आदि का उपचार आर्युवैदिक पद्धति के द्वारा किया जाएगा।
उन्होने बताया कि आर्युवैदिक विभाग इस साल इन चार कदमो पर चलेगा तथा लोगो को एक बेहतर विकल्प देगा लोगो में रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढाएगा। उन्होने लोगो से अपील कि की वह पालीथीन व उपयोग हो चुके मास्क का उपयोग पॉलीब्रिक्स बनाने के लिए करें।
इस अवसर पर अधीक्षण अभियन्ता जल शक्ति विभाग जे.एस. चौहान, अधीशाषी अभियन्ता मंजीत गुप्ता, महाप्रबन्धक जिला उद्योग जी.एस. चौहान व जिला आर्युवैदिक अधिकारी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।