आधे हिमाचल पर आसमानी आफत का रेड अलर्ट

आधे हिमाचल पर आसमानी आफत का रेड अलर्ट
शिमला, 31 अगस्त।
हिमाचल प्रदेश में आसमानी आफत थमने का नाम नहीं ले रही है। राज्य पर एक बार फिर आसमानी आफत का रेड अलर्ट जारी हुआ है। मौसम विभाग ने राज्य के 6 जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी और सिरमौर के लिए पहली सितंबर को भारी से बहुत भारी और कुछ स्थानों पर अतिभारी वर्षा का रेड अलर्ट जारी किया है। विभाग ने इस दौरान चंबा, कुल्लू, शिमला, किन्नौर और लाहौल स्पीति के लिए भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जबकि सोलन जिला के लिए भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है।
यही नहीं 31 अगस्त की रात को भी राज्य के पांच जिलों ऊना, बिलासपुर, शिमला, सोलन और सिरमौर के लिए भारी से बहुत भारी और अतिभारी
वर्षा का रेड अलर्ट जारी किया गया है। विभाग में 31 अगस्त की रात को अन्य सात जिलों हमीरपुर चंबा कांगड़ा कुल्लू मंडी किन्नर और लाहौल स्पीति के लिए भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग ने 2 सितंबर को चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिलों के लिए भारी से बहुत भारी और अतिभारी वर्षा का रेड अलर्ट जबकि ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, शिमला, सिरमौर, किन्नौर और लाहौल स्पीति जिलों के लिए भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग ने रविवार से मंगलवार तक राज्य के चार से छह जिलों में बहुत भारी से लेकर अत्यधिक भारी बारिश का “रेड अलर्ट” जारी किया है और भूस्खलन, अचानक बाढ़, जमीन धंसने, जलभराव और जलाशयों के स्तर में वृद्धि की चेतावनी दी है।
हिमाचल प्रदेश में अगस्त 2025 में सामान्य से 72 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। राज्य में 256.8 मिमी सामान्य वर्षा के मुकाबले 440.8 मिमी बारिश हुई और 12 में से पाँच ज़िलों, कुल्लू, शिमला, ऊना, सोलन, और चंबा में सामान्य से 100 प्रतिशत अधिक बारिश हुई।
इस बीच बारिश के कारण भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ ने हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में तबाही मचाई है। इस कारण राज्य में तीन राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 822 सड़कें बंद है।शिमला शहर के विभिन्न हिस्सों में कई वाहन मलबे में दब गए। करत रॉड पर लिफ्ट के निकट एक बिजली का खंभा गिरने से एक कार क्षतिग्रस्त हो गई।राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार 1,236 बिजली ट्रांसफार्मर और 424 जलापूर्ति योजनाएँ भी बाधित हैं।
राज्य में बीते 24 घंटों के दौरान मलरौंन में 90, श्री नैना देवी में 82.8, भटियात के चुवाड़ी में 75.2, भरमाणी में 73.4, जोगिंदर नगर में 59, कांगड़ा में 45.4, ऊना में 37.2, कुफरी में 35, काहू में 34.6 और पालमपुर में 32 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के आंकड़ों के अनुसार, इस मानसून में राज्य को अब तक 3,042 करोड़ रुपये से ज़्यादा का नुकसान हुआ है और बारिश से जुड़ी घटनाओं और सड़क दुर्घटनाओं में 320 लोगों की मौत हो चुकी है। 4,041 घर पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं।