बीसीएस छात्र अपहरण मामला 

बीसीएस छात्र अपहरण मामला
पुलिस ने आरोपी सुमित सूद को किया गिरफ्तार
शिमला, 11 अगस्त।
रक्षाबंधन के दिन लापता हुए बिशप कॉटन स्कूल शिमला के तीन छात्रों के मामले में आरोपी किडनैपर सुमित सूद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।आरोपी खुद कभी बीसीएस का छात्र रह चुका है।
एसएसपी शिमला संजीव कुमार गांधी ने बताया कि आरोपी सुमित सूद मूल रूप से कोटखाई का रहने वाला है और व्यापार में भारी घाटे के बाद वित्तीय संकट में था। इसी वजह से उसने बीसीएस के छात्रों के अपहरण की योजना बनाई। रविवार को तीनों छात्र आउटिंग के लिए स्कूल से बाहर निकले थे। स्कूल के पास से ही आरोपी ने लिफ्ट देने के बहाने उन्हें अपनी कार में बिठाया और ऑकलैंड छोड़ने का झांसा दिया।
संजौली से आगे कोटखाई मार्ग पर ले जाते हुए आरोपी ने पिस्तौल दिखाकर बच्चों को धमकाया और उन्हें अपने घर ले गया। उस समय आरोपी का परिवार राखी के मौके पर शिमला में था। आरोपी के पास से पुलिस ने एक धारदार हथियार, रस्सी, टेप और एक लाइसेंसी पिस्टल बरामद की, जो उसके पिता के नाम पर रजिस्टर्ड है।
घर पहुंचाने के बाद आरोपी ने अभिभावकों से फिरौती की मांग भी की। जांच में पता चला कि आरोपी तीसरी से आठवीं कक्षा तक बीसीएस में पढ़ चुका है और बाद में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है, लेकिन पिछले कई दिनों से वह स्कूल के आसपास रेकी कर रहा था।
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अपहरण प्रकरण  में रौनक बना हीरो
राजधानी शिमला के प्रतिष्ठित बिशप कॉटन स्कूल से तीन बच्चों के अपहरण के बाद जहां प्रदेशभर में सनसनी फैल गई, वहीं एक युवक की सतर्कता और साहस ने इन मासूमों की जान बचा ली। कोटखाई के पुजैली गांव के रौनक शर्मा ने जिस बुद्धिमत्ता, विवेक और साहस का परिचय दिया, वह पूरे प्रदेश के लिए मिसाल बन गया है। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने सचिवालय में आयोजित एक संक्षिप्त कार्यक्रम में रौनक शर्मा को सरकारी स्तर पर सम्मानित किया। इस मौके पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि रौनक ने जिस जागरूकता व साहस के साथ बच्चों की मदद की, वह समाज के हर युवा के लिए प्रेरणा है। रोहित ठाकुर ने आईजीएमसी शिमला पहुंचकर बच्चों और उनके अभिभावकों से मुलाकात की, उनका कुशलक्षेम जाना और इस भयावह अनुभव के बाद उन्हें हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया।
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पुलिस को मिली अहम मदद
रौनक शर्मा ने घटना के दौरान जिस तरह से संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी और समय रहते पुलिस को सूचित कर अहम सुराग मुहैया कराए, उससे अपहरणकर्ता को जल्द पकड़ा गया और तीनों बच्चे सुरक्षित वापस लाए जा सके। पुलिस और प्रशासन दोनों ने भी रौनक की भूमिका को अहम माना है। शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया कि प्रदेश सरकार बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।