अटल जी के योगदान प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, इंडस्ट्रियल पैकेज और अटल टनल हम कभी भुला नहीं सकते : जयराम 

हार नहीं मानूंगा रार नहीं ठानूंगा काल के कपाट पर लिखता हूं मिटाता हूं गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं : अटल जी की कविता दोहरा गए जयराम
शिमला, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर एवं प्रदेश महामंत्री संगठन सिद्धार्थन ने भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर रिज मैदान पर लगी प्रदर्शनी में भाग लिया। इस अवसर पर जयराम ठाकुर ने कहा अटल जी का जन्मदिन हम सुशासन दिवस के रूप में मनाते हैं और सुशासन दिवस के रूप में इसलिए मनाते हैं क्योंकि उन्होंने शासन में जो पैरामीटर एवं मापदंड स्थापित किए जिसमें सबको साथ लेकर के चलना, सबके लिए काम करना, ईमानदारी के साथ काम करना, इसी बात को लेकर के उनका एक बहुत बड़ा संदेश हम सब को मिलता है जिससे हम सब को बहुत कुछ सीखने को मिलता है। आज अगर अटल जी होते तो उनकी आयु 100 वर्ष की होती और निश्चित रूप से एक ऐसा नेतृत्व अटल जी का रहा इस देश के लिए जहां वह बहुत लोकप्रिय नेता के रूप में जाने जाते हैं, एक कवि के रूप में भी अटल जी जाने जाते है। जयराम ठाकुर ने अटल जी की पंक्तियों को याद करते हुए “वो मेरे देश पर हमला हुआ है, जब तक मैं दुश्मन को एक एक को मार कर भगाएं नहीं तब तक के लिए सवाल ही पैदा नहीं होता किसी से बात करने का”, उन्होंने कहा कि अटल जी का एक बहुत बड़ा योगदान इस रूप में भी रहा जो प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की शुरुआत की, पहाड़ी राज्यों के लिए मैं समझता हूं कि वह एक वरदान के रूप में साबित हुआ है। जहां हिमाचल प्रदेश में लगभग आज 4000 किलोमीटर सड़क है और इसमें से 2000 किलोमीटर से ज्यादा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का योगदान है, अगर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना नहीं शुरू होती तो देश के भी और हमारे हिमाचल प्रदेश के बहुत सारे गांव अभी तक सड़क के माध्यम से नहीं जुड़ पाते हैं, क्योंकि स्टेट के पास इतना बजट का प्रावधान होता नहीं। जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल अटल जी के दिल में बसा था, जिसको अपना घर मानते थे और मानते ही नहीं थे, उन्होने व्यवहारिक रूप से उसको स्वीकार किया प्रधानमंत्री रहते हुए भी व कुछ दिन निकालते थे और मनाली आकर के परिणी में ठहरते थे, कविताएं सुनाते थे, हमको सौभाग्य प्राप्त हुआ उनके साथ वहां पर रहने का और उनकी कविताएं सुनने का। अटल जी का संबोधन सुनने का उनसे बातचीत करने का, जयराम ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लिए उनका बहुत बड़ा योगदान इस रूप में भी रहा जो इंडस्ट्रियल पैकेज मिला है अन्यथा हिमाचल प्रदेश में इंडस्ट्री आना बहुत कठिन काम था, उसके माध्यम से आज अगर एशिया का हमारा फार्मा जब सबसे बड़ा है तो हमारा बद्दी नालागढ़ में वो स्थित है। अटल जी का एक बहुत बड़ा योगदान हिमाचल प्रदेश के लिए अटल टनल जो रोहतांग में स्थित है वह भी रहा, जिसको हम कभी भूल नहीं सकते, लाहौल के लोगों के लिए जीवन बहुत कठिन था आना जाना बहुत मुश्किल होता था। पांच महीने के लिए वह दुनिया से कट जाते थे और अटल टनल बनने के पश्चात आज लाहौल के लोगों को आने जाने की सुविधा हुई और दुनिया भर का पर्यटक वहां टनल को देखने के लिए आता हैं। एक कवि के नाते हमेशा वो कहते थे कि, ” हार नहीं मानूंगा रार नहीं ठानूंगा काल के कपाट पर लिखता हूं मिटाता हूं गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं”। यह ऐसे बोल जो है वह हमेशा हमारे मस्तिष्क में घूमते रहते हैं।