जनादेश खो चुकी है कांग्रेस सरकार
भाजपा ने सुक्खू से नैतिकता के आधार पर मांगा मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र थोड़ी देर के लिए टला है सरकार का संकट, हमेशा के लिए नहीं: जय राम
शिमला, 06 जून। लोकसभा चुनाव में हिमाचल प्रदेश की 68 सीटों में से 61 सीटों पर कांग्रेस की हार के बाद विपक्षी दल भाजपा ने प्रदेश की सुक्खू सरकार पर राजनीतिक हमले तेज कर दिए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आज शिमला में एक पत्रकार वार्ता में कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद प्रदेश में कांग्रेस सरकार जनादेश को चुकी है। ऐसे में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं है और उन्हें नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। जयराम ठाकुर ने यह भी स्पष्ट किया की उपचुनाव में चार सीटों पर जीत मिलने से सुक्खू सरकार पर संकट कुछ समय के लिए टला है ना कि हमेशा के लिये। जयराम ठाकुर से पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार राज्यसभा चुनाव में विधायकों का बहुमत पहले ही खो चुकी थी और अब लोकसभा चुनाव में उसने न केवल लोकप्रियता खोई है बल्कि जनता का विश्वास भी खो दिया है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में भाजपा को 56.29 प्रतिशत वोट मिले जबकि कांग्रेस को केवल 41.57 प्रतिशत वोट शेयर ही मिल पाया। उन्होंने कहा कि इन चुनावों में भाजपा को 22.97लाख से अधिक वोट पड़े जबकि कांग्रेस को केवल 16.96 लाख वोट ही पड़े। उन्होंने कहा कि भाजपा को कांगड़ा से सबसे अधिक 61 प्रतिशत वोट शेयर मिला। इसके अलावा मंडी संसदीय क्षेत्र से भाजपा को 53 प्रतिशत, शिमला से 54 प्रतिशत और हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से 58 प्रतिशत वोट शेयर भाजपा के हिस्से में आया। जयराम ठाकुर ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को जहां 61 विधानसभा हलकों में हार का सामना करना पड़ा वहीं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अपने विधानसभा क्षेत्र में भी पार्टी प्रत्याशी को बढ़त नहीं दिला पाए और नादौन से भी भाजपा उम्मीदवार को 2143 वोटों की बढ़त मिली। उन्होंने कहा कि केवल उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, जगत सिंह नेगी और शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर तथा मुख्य संसदीय सचिव मोहनलाल ब्राक्टा ही अपने क्षेत्र में बढ़त दिलाने में कामयाब रहे। उन्होंने कहा कि 15 महीने के छोटे से कार्यकाल में कांग्रेस सरकार की लोकप्रियता आसमान से पाताल लोक पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सिर्फ सरकार बचाने का जश्न मना रही है जबकि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह केवल अपनी कुर्सी बचाए रखने के लिए पूरी ताकत लगाए हुए हैं। जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने निर्दलीय विधायकों के इस्तीफा स्वीकार करने में राजनीति की। कांग्रेस की इस राजनीति की वजह से अब प्रदेश को उपचुनाव पर 35 करोड़ रुपए का अतिरिक्त खर्च करना पड़ेगा जिसके लिए पूरी तरह मुख्यमंत्री सुक्खू जिम्मेवार हैं। उन्होंने दावा किया कि उपचुनाव में निर्दलीय विधायकों की फिर से जीत होगी और सुक्खू सरकार जल्दी संकट में आएगी। नेता प्रतिपक्ष ने ये भी कहा कि मुख्य संसदीय सचिवों को लेकर हाईकोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रखा है और अदालत की छुट्टियां खत्म होते ही यह फैसला आने पर सुक्खू सरकार पर फिर से संकट गहराएगा। जयराम ठाकुर ने प्रदेश सरकार पर गलत हथकंडे अपना कर चुनाव को प्रभावित करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने पूछा कि चुनाव के दौरान कांग्रेस ने झोले भर-भर कर महिलाओं से 1500 रुपये सम्मान राशि के लिए जो फार्म भरवाए हैं, वह राशि कब तक इन महिलाओं को दे दी जाएगी? उन्होंने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान सरकार ने कर्मचारियों पर कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने के लिए दबाव डाला। एक सवाल के जवाब में जयराम ठाकुर ने कहा कि चार उपचुनाव हारने पर भाजपा मंथन करेगी और इसमें रह गई कमियों को भविष्य में दूर करने के लिए कदम उठाएगी। उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के फ्लॉप फिल्म डायरेक्टर के तंज पर कहा कि मैं अब फिल्म पूरी करके आ गया हूं और न केवल पूरी फिल्म बनी है बल्कि रिलीज भी हो गई है।