हिमाचल सरकार का सत्ता में एक साल पूरा सुक्खू ने लगाई सौगातों की झड़ी
जनवरी महीने से किसानों से गोबर खरीदेगी सरकार
दूध की खरीद कीमत में छः रुपए की बढ़ोतरी का एलान
महिलाओं की सामाजिक सुरक्षा पेंशन में होगा इजाफा लाहौल-स्पीति जिला की सभी महिलाओं को मिलेगी 1500 रुपए सम्मान निधि
धर्मशाला,11 दिसंबर। हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार ने सत्ता में आज एक साल पूरा कर लिया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस मौके पर आज धर्मशाला में समारोह आयोजित कर जश्न मनाया। पुलिस ग्राउंड धर्मशाला में आयोजित इस समारोह में हजारों कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री सुक्खू के अलावा प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला, सह प्रभारी तेजिंद्र बिट्टू, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री व सरकार के तमाम काबिना मंत्री, विधायक और पदाधिकारी मौजूद रहे । समारोह में अपने संबोधन में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नए साल से प्रदेश के लाखों लोगों को कई सौगाते देने का एलान किया। उन्होंने कहा कि जनवरी 2024 से प्रदेश सरकार किसानों से गोबर खरीदेगी। कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में दो रूपए किलो गोबर खरीदने की गारंटी दी थी। इसके अलावा मिल्क फेडरेशन राज्य के दुग्ध उत्पादकों से 37 रुपए प्रति लीटर दूध की खरीद करेगा। वर्तमान में फेडरेशन 31 रुपए प्रति लीटर दूध खरीद रही है। उन्होंने कहा कि लाहुल स्पीति की सभी महिलाओं को चुनावी वादे के तहत 1500 रुपए प्रतिमाह सम्मान निधि मिलेगी। राज्य में सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्राप्त कर रही महिलाओंं को1150 रूपये की जगह अब 1500 रुपए दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि प्रदेश में भाजपा सरकार के समय 2.27 लाख उम्मीदवारों ने साल 2020 में पोस्ट कोड 817 के तहत भर्ती परीक्षा में भाग लिया था। इस परीक्षा का परिणाम जल्द घोषित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल को 2027 तक आत्मनिर्भर व आगामी दस सालों में देश का सबसे अमीर राज्य बनाने का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 40 साल के बाद हिमाचल में व्यवस्था परिवर्तन हुआ है और वह पारंपरिक तरीके से हटकर सरकार चलाना चाहते हैं। इसी मकसद से फैसले लिए जा रहे हैं। प्रदेश सरकार ने पहली कैबिनेट में ओपीसी की बहाली का फैसला लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाने के लिए वह व्यवस्था परिवर्तन के प्रयास में हैं और उसी दिशा में कदम उठाए जा रहे है। शराब के ठेकों की नीलामी से 500 करोड़ का अतिरिक्त राजस्व सरकार ने जुटाया है। वाटर सेस लगाकर आय जुटाने की कोशिशें की जा रही है। इसके अलावा टेंडर प्रक्रिया में भी संशोधन किया गया। भाजपा पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जयराम सरकार ने वित्तीय साल 2022-23 में 14 हजार करोड़ का कर्ज लिया और कांग्रेस सरकार को 75 हजार करोड़ का कर्ज विरासत में मिला। कर्ज की हकीकत यह है कि वर्तमान में प्रत्येक हिमाचली पर एक लाख दो हजार रुपए कर्ज है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाने की हरसंभव कोशिश कर रही है। बॉक्स गारंटियां निभाना हमारा राजधर्म उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि विधानसभा चुनाव में दी गई गारंटियां निभाना कांग्रेस का राजधर्म है और कांग्रेस को इन गारंटियों को निभाना ही निभाना है। अग्निहोत्री ने रैली को संबोधित करने हुए कहा कि चुनावी गारंटियों को लेकर प्रदेश की जनता को कोई संदेह नहीं होना चाहिए। उन्होंने प्रदेश के कर्मचारियों से कहा कि वह भाजपा के जुल्मों को न भूलें और आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का साथ दें ताकि भाजपा को एक बार फिर इन चुनावों में ज़मीन दिखाई जा सके। उन्होंने कर्मचारियों को ओपीएस को लेकर भाजपा द्वारा उन पर किये गए अत्याचारों की भी याद दिलाई। अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल में कांग्रेस सरकार पूरी तरह स्थिर, स्थाई और टिकाऊ है तथा सरकार पूरे पांच साल चलेगी और कोई परिन्दा भी इस पर चोंच नहीं मार सकता। उन्होंने भाजपा को अपनी आँखोंनक चेकउप करने की भी सलाह दी और कहा कि उसे इसी कारण विकास नज़र नहीं आ रहा है। अग्निहोत्री ने कहा कि भाजपा का हर काम प्रदेश सरकार को बदनाम करने और सरकार के खिलाफ षड्यंत्र रचना है। बॉक्स हिमाचल की तुरंत मदद करे केंद्र कांग्रेस के हिमाचल मामलों के प्रभारी राजीव शुक्ला ने रैली को संबोधित करते हुए केंद्र की मोदी सरकार से आपदा ग्रस्त हिमाचल की तुरंत मदद करने की मांग की। शुक्ल ने कहा कि आपदा के बावजूद केंद्र ने हिमाचल की कोई मदद नहीं कि है। उन्होंने पूछा कि आखिर मोदी को हिमाचल से कौन सा बैर है जो प्रदेश की मदद के अपने वायदे को भी पूरा नहीं कर रहे हैं। शुक्ल ने कहा कि प्रदेश की पूर्व भाजपा सरकार राज्य का सारा खजाना खाली करके चली गई है और हम खाली खजाने से जूझ रहे हैं। बॉक्स सभी वायदे करेंगे पूरा हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व सांसद प्रतिभा सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार विधानसभा चुनाव के दौरान किये सभी वायदों को पूरा करने के लिए प्रयासरत है। इसमें से ओपीएस का वायदा पूरा किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये सम्मान भत्ता देने का वायदा जल्द पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा के कारण ये वायदा पूरा करने में बिलंब हुआ है लेकिन सरकार इस पर गंभीरता से काम कर रही है। प्रतिभा सिंह ने कहा कि मोदी सरकार ने प्राकृतिक आपदा में हिमाचल की कोई सुध नहीं ली और राज्य की पूरी तरह से अनदेखी की। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से प्रधानमंत्री मोदी से मिली और उन्होंने मदद का आश्वासन भी दिया मगर आज दिन तक एक पैसे की भी मदद नहीं की। उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि भाजपा सांसद भी हिमाचल के लिए मोदी से मदद मांगने का साहस नहीं जुटा पाए। बॉक्स एक साल में हुआ बेहतरीन काम हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी सरकार के कामकाज को आँकनेन्के लिए एक साल की अवधि बहुत कम है। लेकिन इसके बावजूद सुक्खू सरकार ने इस अवधि में आपदा के बावजूद बेहतरीन काम किया है। उन्होंने कहा कि इस अवधि में सरकार ने कई एतिहासिक फैसले लिये। इनमें सुख आश्रय योजना, ओपीएस, सरकारी स्कूलों में आरम्भ से ही इंग्लिश मीडियम में शिक्षा और अन्य फैसले शामिल हैं। बॉक्स सुक्खू ने समझी आम लोगों की पीड़ा धर्मशाला के विधायक सुधीर शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू जमीनी स्तर के हालात समझते हैं। इसलिए उन्होंने आपदा में आम लोगों की पीड़ा समझी और पीड़ितों के लिए 4500 करोड़ का स्पेशल पैकेज घोषित किया। रैली को शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, उद्योगमंत्री हर्षवर्धन चौहान, कृषि मंत्री चंद्र कुमार, विधायक राजेश धर्माणी, चंद्र शेखर और अन्य ने भी संबोधित किया। इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल, बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, प्रदेश कांग्रेस के केंद्रीय श प्रभारी तेजिंदर सिंह बिट्टू, मुख्य संसदीय सचिव आशीष बुटेल, सुंदर सिंह ठाकुर, मोहन लाल ब्राक्टा, हरीश जनारथा, इंद्र दत्त लखनपाल, आर एस बाली, अजय सोलंकी, नीरज नय्यर, राम लाल ठाकुर, विप्लव ठाकुर, आशा कुमारी और अन्य कांग्रेस नेता तथा निगमों व बोर्डों के अधयक्ष और उपाध्यक्ष व नगर निगम शिमला के महापौर सुरेंद्र चौहान भी मौजूद थे। बॉक्स नहीं आई प्रियंका गांधी कांग्रेस की वरिष्ठ नेता व महासचिव प्रियंका गांधी हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार के एक साल का कार्यकाल पूरा करने के मौके पर धर्मशाला में आयोजित समारोह में नहीं पहुंची। प्रियंका गांधी ने इस समारोह से तब दूरी बनाए रखी जबकि वह इस समय शिमला के छराबड़ा में अपने घर पर ही मौजूद है और इस समारोह के लिए स्वयं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जोरशोर से उनके नाम का प्रचार किया था। प्रियंका गांधी के इस कार्यक्रम में न आने को लेकर कई कयास लगाये जा रहे हैं। यही नहीं सुक्खू सरकार के इस एक साल के जश्न में किसी भी कांग्रेस नेता ने उनके नाम तक का भी जिक्र नहीं किया। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री सुक्खू वास्तव में पहले इस कार्यक्रम के लिए राहुल गांधी को लाने के इच्छुक थे और प्रियंका गांधी को निमंत्रण नहीं दिया था। लेकिन राहुल के न आने के बाद प्रियंका गांधी को इस कार्यक्रम में बुलाने की कसरत शुरू हुई जो उन्हें रास नहीं आई। — Regards Gian Thakur Shimla 09418055500