शिमला-कालका नेशनल हाईवे आठ घंटे रहा अबरुद्ध

हिमाचल में मॉनसून फिर हुई बेरहम वर्षा
शिमला-कालका नेशनल हाईवे आठ घंटे रहा अबरुद्ध
शिमला, 11 अगस्त। हिमाचल प्रदेश में माॅनसून ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। बीती रात से राज्य के अधिकांश हिस्सों में व्यापक से भारी वर्षा हो रही है, जिससे सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। शिमला-कालका फोरलेन सड़क भारी वर्षा के कारण चक्की मोड़ के पास हुए भूस्खलन के चलते आज आठ घंटे यातायात के लिए बंद रही। टिम्बर ट्रेल के पास भी भारी भूस्खलन हुआ जिस कारण यहां भी ये सड़क अवरूद्ध रही। सोलन जि़ला की प्रमुख सड़क सोलन-सुबाथू-कुनिहार भी सुबाथू के निकट कोटी नामक स्थान पर हुए भारी भूस्खलन के कारण बंद हो गई है।भूस्खलन के कारण 6 मील के पास अवरूद्ध मंडी-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग को कई घंटों बाद फिर से एक तरफ यातायात के लिए बहाल कर दिया गया है। ये मार्ग आज सुबह से बन्द था। राजधानी शिमला में बीती रात और आज सुबह माॅनसून की मुसलाधार वर्षा हुई। यहां अभी भी रूक-रूक कर वर्षा का दौर जारी है। हिन्दोस्तान-तिब्बत नेशनल हाईवे-5 रामपुर और कुमारसैन के मध्य नोग कैंची के पास भारी भूस्खलन के कारण अवरुद्ध है और वाहनों की लगी लंबी कतारें लग गई हैं। ये सड़क भू-क्षरण के कारण बंद हुई है। पहाड़ से लगातार पत्थर गिरने के कारण मार्ग को खोलने में दिक्कतें आ रही हैं। भूस्खलन के कारण दो भवनों और बिजली की बड़ी टावर लाइन को भी खतरा पैदा हो गया है। सड़क कक खोलने के प्रयास जारी हैं।
उधर चंबा, सिरमौर, ऊना, कांगड़ा, कुल्लू और सोलन जि़लों में भी माॅनसून की वर्षा रूक-रूक कर जारी है। सिरमौर जि़ला के राजगढ़ और हरिपुरधार क्षेत्र में देर रात से मुसलाधार बारिश हो रही है। ताजा वर्षा से क्षेत्र के लोगों को पिछले कुछ दिनों से पड़ रही उमस भरी गर्मी से राहत मिली है। इस बीच मौसम विभाग ने राज्य में अधिकांश स्थानों पर आज माॅनसून की वर्षा जारी रहने की संभावना जताई है। विभाग ने कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा का अलर्ट भी जारी किया है।
कहां कितने बरसे बादल
बीते 24 घंटों के दौरान बिलासपुर में सर्वाधिक 161 मिलीमीटर वर्षा हुई। इसके अलावा ऊना में 125, पांवटा साहिब में 98, देहरगोपीपुर में 77, पालमपुर व बरठीं में 48, कांगड़ा में 46, मशोबरा में 45, मशोबरा में सुंदरनगर में 44, मंडी में 42, शिमला में 38 और धर्मशाला में 30 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
अपनों की तलाश
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जि़ला में 9 और 10 जुलाई को आई प्राकृतिक आपदा में ब्यास नदी में बह गए 23 लोगों में से 16 लोगों की अभी भी उनके परिजनों को तलाश है और ये परिजन ब्यास नदी के किनारे-किनारे उनकी तलाश में जुटे हैं। लापता 23 में से 7 लोगों के शव अभी तक बरामद कर लिए गए हैं और इनकी पहचान भी कर ली गई है। मनाली के डीएसपी के.डी. शर्मा ने कहा कि दो और शव मिले है लेकिन इनके लापता होने की पुलिस के पास सूचना नहीं है। के.डी शर्मा ने मनाली में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मनाली पुलिस अलग-अलग टीमें बनाकर पतलीकूहल से लेकर मनाली तक लापता लोगों की तलाश कर रही है। इसके अलावा नजदीकी थानों से भी इन लोगों की तलाश में मदद मांगी गई है।