सुक्खू ने मुख्यमंत्री का पदभार ग्रहण किया

सुक्खू ने मुख्यमंत्री का पदभार ग्रहण किया
सचिवालय में उमड़ा मिलने वालों का सैलाब
मुकेश अग्निहोत्री ने भी उप मुख्यमंत्री का पदभार संभाला
शिमला, 12 दिसम्बर।
हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज शिमला स्थित प्रदेश सचिवालय में मुख्यमंत्री का पदभार ग्रहण कर लिया। उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने भी अपना पदभार संभाल लिया। इस दौरान सचिवालय में मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री को बधाई देने वालों का भारी सैलाब उमड़ा। मुख्यमंत्री के सचिवालय पहुंचने पर महिला पुलिस की टुकड़ी ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने पदभार संभालने के बाद कहा कि एक गरीब परिवार का व्यक्ति भी मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालेगा, यह उन्होंने कभी सोचा नहीं था। उन्होंने मुख्यमंत्री पद तक पहुंचाने के लिए प्रदेश की जनता का आभार जताया।मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि हिमाचल में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करेगी। इसके लिए जल्द ट्रांसपेरेंसी एक्ट लाया जाएगा। इस पर काम शुरू हो चुका है। जल्द ही ब्लूप्रिंट सामने आएगा। उन्होंने कहा कि लोगों ने जिस उम्मीद से उन्हें मौका दिया, उनकी सेवा करने का उससे पूरी निष्ठा से निभाएंगे। उन्होंने कहा कि आज पार्टी प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और विधायक दल की बैठक के बाद मंत्रिमंडल के गठन पर फैसला लिया जाएगा।
हर वर्ग के कल्याण की बनाएंगे नीति 
सुक्खू ने कहा कि हर वर्ग के कल्याण के लिए एक नीति बनाई जाएगी, जिसमें महिलाओं, किसानों, युवाओं, दलितों, गरीबों सब वर्ग का खास ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि वह उपमुख्यमंत्री और विधायकों के साथ मिलकर इस दिशा में काम करेंगे। उन्होंने परिस्थितियों को समझने के लिए प्रदेश की जनता से कुछ समय की मोहलत भी मांगी। उन्होंने कहा कि अभी पदभार ग्रहण किया है। अभी हमें कुछ वक्त चाहिए।
वरिष्ठ नेताओं से मिलकर रणनीति बनाएंगे 
मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं के अनुभवों से सीख कर सरकार को आगे चलाएंगे। उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री विद्या स्टोक्स, कौल सिंह ठाकुर, विप्लव ठाकुर, कुलदीप कुमार जैसे सभी वरिष्ठ नेताओं से मिलकर आगे की रणनीति तैयार करेंगे। इस बीच बीती रात मुख्यमंत्री ने राज्य के मुख्य सचिव आरडी धीमान और वित्त सचिव प्रबोध सक्सेना व कुछ अन्य अधिकारियों के साथ पीटरहॉफ में बैठक की। इसमें राज्य की अफसरशाही में बदलाव को लेकर और वित्त प्रबंधन को लेकर चर्चा की।