हिमाचल में पहली बार शुरु हुई ये 6 जनकल्याणकारी योजनाएं

हिमाचल में पहली बार शुरु हुई ये 6 जनकल्याणकारी योजनाएं

 

APR 25, 2022 शिमला
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली हिमाचल सरकार की 6 ऐसी योजनाएं हैं जो पहली बार शुरू की गई और इसका लाभ भी हिमाचल के बड़े वर्ग तक पहुंचा। आंकड़ों के मुताबिक पहली बार शुरु की गई इन 6 योजनाओं का लाभ करीब 8 लाख 43 हज़ार 856 लोगों को मिल चुका है। इन योजनाओं पर केंद्र और हिमाचल सरकार 775 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च कर चुकी है। इसमें दो योजनाएं केंद्र सरकार की हैं जबकि चार योजनाएं हिमाचल सरकार की ओर से शुरू की गई हैं। इन योजनाओं में केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत और उज्ज्वला योजना शामिल हैं जबकि हिमाचल सरकार की मुख्यमंत्री हिमकेयर, मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना, सहारा और स्वावलंबन योजना शामिल है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में आयुष्मान, हिमकेयर और सहारा जैसी योजनाएं क्रांतिकारी साबित हो रही हैं।
आयुष्मान भारत और हिमकेयर योजना के 3.66 लाख लाभार्थी
मरीजों के मुफ्त इलाज के लिए केंद्र सरकार की ओर से दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भारत शुरू की गई थी। हिमाचल प्रदेश में अभी तक हिमाचल में आयुष्मान भारत योजना के तहत 4 लाख 28 हजार परिवार पंजीकृत हैं। योजना के तहत अभी तक 1 लाख 26 हजार मरीजों का निशुल्क इलाज किया जा चुका है। इस पर 154 करोड़ खर्च हुए। केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना से छूट रहे हिमाचलियों के लिए हिमाचल सरकार ने हिमकेयर योजना की शुरुआत की थी। योजना के तहत हिमाचल में 5 लाख 39 हजार परिवार पंजीकृत हैं। हिमकेयर के तहत अभी तक 2 लाख 40 हजार मरीजों का निशुल्क इलाज किया जा चुका है। इस पर 218 करोड़ खर्च हो चुके हैं। अब तक डबल इंजन सरकार की दोनों योजनाओं के माध्यम से लोगों के निशुल्क इलाज पर लगभग 372 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं और इससे करीब 3.66 लाख मरीजों को सीधा लाभ पहुंचा।
मुख्यमंत्री सहारा योजना से 20 हजार से अधिक मरीज हो रहे लाभान्वित
हिमाचल सरकार ने गंभीर बीमारी के कारण दूसरों पर आश्रित हो चुके जरूरतमंदों की मदद के लिए मुख्यमंत्री सहारा योजना की शुरुआत की। यह योजना भी हिमाचल में पहली बार शुरू की गई। मौजूदा समय हिमाचल में 20 हजार से ज्यादा जरुरतमंदों को इस योजना के माध्यम से हर महीने 3 हजार रुपये दिए जा रहे हैं। इसके तहत अभी तक लगभग 61 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जा चुकी है।
घरेलू गैस कनेक्शन पर 142 करोड़ खर्च
हिमाचल सरकार ने महिलाओं के स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए और उन्हें धुएं से होने वाली बीमारियों से निजात दिलाने के लिए केंद्र की ओर से प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत की गई। इसमें महिलाओं को मुफ्त घरेलू गैसे कनेक्शन बांटे गए। इस योजना के तहत 1 लाख 37 हज़ार गैस कनेक्शन बांटे गए जिस पर 22.39 करोड़ रुपये खर्च हुए। केंद्र सरकार की उज्जवला योजना से छूटे गरीब परिवारों को मुफ्त घरेलू गैस कनेक्शन देने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार गृहिणी सुविधा योजना को लागू किया। हिमाचल सरकार ने योजना के तहत 3 लाख 25 हज़ार घरेलू गैस कनेक्शन बांटे जिस पर 119.90 करोड़ रुपये खर्च हुए। डबल इंजन की सरकार ने मिलकर इसमें 142 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च कर घर-घर मुफ्त गैस कनेक्शन पहुंचाया।
स्वावलंबन से 10 हजार से ज्यादा को मिला रोजगार
हिमाचल सरकार ने अपने कार्यकाल में एक और नई योजना की शुरुआत की। प्रदेश के युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने की दृष्टि से स्वावलंबन योजना को शुरू किया गया। योजना के तहत कुल 624 करोड़ रूपये का निवेश हुआ। 190 करोड़ रूपये की अनुदान राशि प्रदान की गई। इसमें कुल 3758 इकाइयां स्वीकृत हुईं। 10,253 नागरिकों को रोजगार मिला।
बेटियों की शादी पर 11 करोड़ से ज्यादा खर्च
हिमाचल में बीपीएल परिवार की बेटियों की शादी पर आर्थिक सहायता देने के लिए पहली बार मुख्यमंत्री शगुन योजना की शुरुआत की गई। अब तक योजना के अंतर्गत 3603 बेटियों की शादी पर आर्थिक मदद दी जा चुकी है। योजना पर 11.17 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं।