आठवीं से बारहवीं तक की अब नियमित तौर पर लगेंगी कक्षाएं
शिमला, 10 अक्तूबर। हिमाचल प्रदेश में कोरोना की स्थिति में सुधार और कोरोना वैक्सीन टीकाकरण में दूसरे डोज का आंकड़ा भी 50 फीसदी के पास पहुंच जाने के बाद अब स्कूलों में फिर से धीरे-धीरे रौनक लौटने लगी है। राज्य में कोरोना को कम होते देख सरकार का स्कूलों को फिर से शुरू करने में आत्मविश्वास बढ़ा है। इसी के चलते राज्य की जयराम ठाकुर सरकार ने 11 अक्तूबर से प्रदेश में 8वीं से 12वीं तक की कक्षाओं की नियमित पढ़ाई शुरू करने की घोषणा की है।
प्रदेश सरकार द्वारा जारी आदेशों के मुताबिक अब आठवीं से बारहवीं कक्षा के सभी बच्चे नियमित तौर पर स्कूल आएंगे। हालांकि इस दौरान विद्यार्थियों और शिक्षकों दोनों को कोरोना एसओपी का कड़ाई से पालन करना होगा। इसमें सामाजिक दूरी, साफ सफाई का ध्यान और स्कूलों में प्रार्थना सभाएं तथा खेल गतिविधयां जैसी कोई भी आयोजन न करना शामिल है।
शिक्षा विभाग द्वारा तैयार किए गए माइक्रो प्लान के मुताबिक जिन स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या अधिक है उनमें दो शिफ्टों में विद्यार्थी स्कूल आएंगे। इनमें राजधानी शिमला का लालपानी और पोर्टमोर स्कूल भी शामिल है। इन दोनों स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या काफी अधिक है और सामाजिक दूरी के नियमों की पालना के दृष्टिगत स्कूल प्रबंधन ने विद्यार्थियों को सुबह और शाम की शिफ्ट में स्कूल बुलाने का निर्णय लिया है।
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने स्कूलों में कक्षाएं आरंभ करने के बाद कोरोना संक्रमण की संभावना को कम करने के लिए अभी तक दसवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों को सप्ताह के पहले तीन दिन और नौवीं तथा बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों को सप्ताह के अंतिम तीन दिन स्कूल बुलाने के व्यवस्था की थी। लेकिन अब कोरोना संक्रमण में कमी के चलते इन सभी विद्यार्थियों को नियमित तौर पर स्कूल बुलाने का निर्णय लिया गया है। यही नहीं सरकार जल्द ही छठी और सातवीं कक्षा के विद्यार्थियों को भी नियमित तौर पर स्कूल बुलाने का फैसला लेने पर विचार कर रही है।
बॉक्स
स्कूलों में खुलेंगे टीकाकरण केंद्र
हिमाचल प्रदेश ने कोरोना वैक्सीन टीकाकरण के मामले में देश भर में पहला स्थान हासिल किया है। प्रदेश को ये उपलब्धि कोरोना वैक्सीन का पहला टीका लगाने के मामले में मिली है। ऐसे में अब प्रदेश सरकार ने कोरोना का दूसरा टीका भी 30 नवंबर तक सभी पात्र व्यक्तियों को लगाने का लक्ष्य रखा है। अभी तक प्रदेश में 52.6 फीसदी लोगों को कोरोना वैक्सीन का दूसरा टीका भी लगाया जा चुका है लेकिन कोरोना संक्रमण कम होने के चलते दूसरा टीका लगवाने वालों की रफ्तार काफी कम है। ऐसे में सरकार को आशंका है कि वह 30 नवंबर तक निर्धारित लक्ष्य को शायद ही हासिल कर पाए। नतीजतन सरकार ने अब स्कूलों में भी कोरोना वैक्सीन टीकाकरण केंद्र खोलने का निर्णय लिया है ताकि पात्र विद्यार्थियों और शिक्षकों का तेजी से टीकाकरण किया जा सके। इन टीकाकरण केंद्रों में आम लोगों को भी वैक्सीन लगाने की व्यवस्था होगी।