शिमला, 5 सितंबर। समाज सेवा खासकर अस्पताल में आने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों की सेवा के लिए देश व प्रदेश में नाम कमा चुके शिमला के सर्वजीत सिंह बॉबी के लंगड़ को प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी शिमला से बाहर फेंकने की घटना ने राजनीतिक रंग ले लिया है। बीते रोज हुई इस घटना का शिमला ही नहीं बल्कि प्रदेश और प्रदेश के बाहर भी विरोध हो रहा है तथा इसके लिए आईजीएमसी प्रशासन और प्रदेश सरकार की कड़ी आलोचना की जा रही है।
इसी कड़ी में आज कांग्रेस खुलकर इस समाजसेवी के समर्थन में आ खड़ी हुई है। शिमला ग्रामीण के विधायक व पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह के सुपुत्र विक्रमादित्य सिंह ने इस घटना के विरोध में आज शिमला के रिज मैदान पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने मौन विरोध किया। इस दौरान विक्रमादित्य सिंह और उनके समर्थक अपने हाथों में तख्तियां और बैनर लिए हुए थे जिसमें सर्वजीत सिंह बॉबी का आईजीएमसी शिमला में लंगड़ बंद कराने और उनके लंगड़ के सामान को सड़क पर फेंकने की घटना का विरोध किया गया है।
विक्रमादित्य सिंह ने इस मौके पर कहा कि आईजीएमसी शिमला में सर्वजीत सिंह बॉकी की संस्था ऑल माइटी ब्लेसिंग द्वारा चलाए जा रहे लंगड़ को जबरन बंद करवाना और लंगड़ का सामान सड़क पर फेंकना शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि ऑल माइटी ब्लेसिंग पिछले कई सालों से शिमला के अलग-अलग अस्पतालों में मरीजों और दुखी लोगों की सेवा में जुटी है। संस्था द्वारा उपलब्ध करवाए जा रहे लंगड़ से ऐसे लोगों को अत्यधिक मदद मिल रही थी जो शिमला के इन अस्पतालों में इलाज के लिए पहुंचते थे और जिनके पास खाने तक के पैसे नहीं होते थे। लेकिन प्रदेश सरकार ने आज लंगड़ स्थल को पैसों के लिए ही बेच डाला और नि:शुल्क लंगड़ के स्थान पर यहां लोगों को अब पैसे खर्च कर ही खाने-पीने का सामान उपलब्ध करवाया जा रहा है। इससे अस्पताल में आने वाले गरीबों को भारी कठिनाई झेलनी पड़ रही है। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि समाज सेवा में राजनीति नहीं होनी चाहिए और आईजीएमसी शिमला में ऑल माइटी ब्लेसिंग की लंगड़ सेवा को तत्काल बहाल किया जाए।