कोरोना काल में बढ़ा साइबर ठगों का कहर
हिमाचल पुलिस ने साइबर ठगों से बचने के लिए जारी की नई एडवाइजरी
शिमला, 22 अगस्त। हिमाचल प्रदेश के भोले भाले लोगों को साइबर ठग इन दिनों खूब चूना लगा रहे हैं। मोबाइल फोन पर विभिन्न प्रलोभनों के माध्यम से ये ठग प्रदेश के लोगों को ठग रहे हैं। ऐसे में पुलिस की भी सिरदर्दी बढ़ गई है। इसे देखते हुए राज्य पुलिस महकमे के गुप्तचर विभाग ने लोगों को इन साइबर ठगों से बचने के लिए नई एडवाइजरी जारी की है। राज्य गुप्तचर विभाग में पुलिस महानिरीक्षक अतुल फुलजले ने शिमला में कहा कि कोरोना महामारी के कारण ज्यादातर लोग घरों से काम कर रहे हैं। इनमें बच्चों की ऑनलाईन पढ़ाई भी शामिल है। इसी वजह से जालसाज गलत जानकारी देकर लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि ताजा मामले में साइबर अपराधी एक संदेश में दावा कर रहे हैं कि सरकार ऑनलाइन पढ़ाई के लिए छात्रों को फ्री में लैपटॉप, टैबलेट और स्मार्ट फोन दे रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे किसी फर्जी लिंक या वेबसाइट पर निजी जानकारी साझा न करें। इस मैसेज के साथ एक लिंक भी दिया गया है जिसमें इससे सुविधा का लाभ उठाने के लिए आवेदनकर्ता को अपनी निजी डिटेल भरने के लिए कहा जा रहा है। ऐसे में यदि कोई व्यक्ति इस लिंक पर अपनी डिटेल भरता है तो वह आसानी से साइबर ठगों का शिकार हो सकता है। अतुल फुलजले ने कहा कि साइबर ठगों की ओर से इस मैसेज को अधिक से अधिक शेयर करने की अपील की जा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस के साइबर विशेषज्ञों द्वारा की गई जांच में पता चला है कि इस लिंक के साथ संलग्न की गई फाइल में व्यक्तिगत जानकारी हासिल कर उससे धोखाधड़ी के सभी विकल्प मौजूद है। उन्होंने कहा कि ये संदेश पूरी तरह फर्जी है और इस पर विश्वास न करें और न ही मैसेज में दिए गए लिंक पर अपनी निजी जानकारी साझा करें। उन्होंने ये भी कहा कि किसी भी प्रकार के साइबर अपराध की सूचना तुरंत नजदीकी पुलिस थाना या राज्य साइबर अपराध थाना शिमला को दें।