शिमला, 11 अगस्त। हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला किन्नौर में आज दोपहर बाद एकबार फिर पहाड़ दरका। भूस्खलन की इस घटना में अभी तक 10 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 13 लोग घायल हैं। घटना में 60 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। भूस्खलन की चपेट में रिकांगपिओ अखबर लेकर जा रहा एक टाटा सूमो भी आ गई। इसमें आठ लोग सवार थे।
जानकारी के मुताबिक भूस्खलन की यह घटना आज दोपहर लगभग 12 बजे राष्ट्रीय राजमार्ग-5 पर निगुलसेरी के पास थाच नाला नामक स्थान पर हुई। घटना स्थल पर अचानक पहाड़ से भारी भरकम चट्टानें खिसकना शुरू हो गई। इन चट्टानों की चपेट में राज्य पथ परिवहन निगम की एक बस, एक ट्रक और कई छोटे वाहन आ गए। एचआरटीसी बस के चालक और परिचालक ने इस दौरान छलांग लगाकर जान बचा ली। हालांकि बस व अन्य वाहनों में यात्रा कर रहे 60 से अधिक लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं।
घटना की सूचना मिलते ही किन्नौर जिला प्रशासन राहत व बचाव दल के साथ मौके पर पहुंच गया। घटना स्थल से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर आईटीबीपी और सेना के शिविर भी हैं, जहां से जवान और अधिकारी राहत व बचाव कार्य में हाथ बंटाने के लिए मौके पर पहुंच गए। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी घटना स्थल पर पहुंच गई हैं तथा पहाड़ से खिसक कर आई चट्टानों और मलबे को हटाने का काम जारी है। हालांकि पहाड़ से बार-बार गिर रहे पत्थरों के चलते इस कार्य में बाधा भी आ रही है। घटना में घायल लोगों को भावनागर और रामपुर स्थित खनेरी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में ऊना जिला के प्रशांत और वरूण मेनन, सुजानपुर के राजेंद्र, किन्नौर के निचार से दौलत, पंजाब के फतेहाबाद से चरणजीत सिंह, बस चालक मोहिंद्र पाल, कंडक्टर गुलाब सिंह, नेपाल निवासी स्वीन शर्मा, रामपुर के बौंडा गांव निवासी जप्पी देवी, पूह तहसील के ज्ञाबुंग के चंद्रज्ञान, रामपुर के बौंडा गांव के अरुण, निजी बस में कंडक्टर अनिल कुमार और मूरंग का कलजांग नेगी शामिल है। इस हादसे में अभी तक जिन 10 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है उनमें से 9 की पहचान हो गई है। इनमें रामपुर के क्यो गांव के रोहित, सुजानपुर के झोल गांव के विजय कुमार, तारंडा की मीरा देवी, निचार के सुमरा की नितिशा, पूह के लाबरंग गांव की प्रेम कुमारी, सोलन के रतिकलू धार की कमलेश कुमारी, सांगला के सपनी गांव की वंशुका, सपनी की ही ज्ञान दासी और निचार के पालिंगी गांव के देवीचंद शामिल हैं। एक मृतक की अभी पहचान नहीं हो पाई है। हादसे में जिन दस लोगों के शव बरामद किए गए हैं उनमें एक बालिका, तीन पुरुष और छह महिलाएं शामिल हैं। इस भूस्खलन की चपेट में आई एचआरटीसी की बस किन्नौर के मूरंग से हरिद्वार जा रही थी। बस कंडक्टर के अनुसार इस बस में 28 यात्री फंसे हुए हैं। किन्नौर के उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने कहा कि राहत व बचाव कार्य रात भर चलेगा। हालांकि पहाड़ से गिर रहे पत्थरों के कारण इसमें लगातार बाधा आ रही है।
इस बीच भूस्खलन के बद जारी राहत कार्यों को और गति देने के लिए हरियाणा और उत्तराखंड से हेलीकॉप्टर भी मंगवाए गए हैं।