शिमला, 9 अगस्त। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज शिमला के रिज मैदान से नगर निगम शिमला के 250 सफाई मित्रों के दल को हरी झण्डी दिखाकर स्वच्छ हिमाचल-स्वस्थ हिमाचल अभियान-2021 का शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रकृति ने हिमाचल को स्वच्छ पर्यावरण और प्राकृतिक सौंदर्य से नवाजा है। उन्होंने कहा कि यह हमारा कर्तव्य है कि हम इस प्राकृतिक सौन्दर्य को संजोकर रखने के लिए स्वच्छता की आदत डालकर अपने आस-पास के वातावरण को स्वच्छ रखें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने वर्ष 2009 में अपने कार्यकाल के दौरान प्रदेश में प्लास्टिक के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगाया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में राज्य सरकार ने उपभोक्ताओं से प्लास्टिक की खरीद के लिए पुनः खरीद नीति आरम्भ की है ताकि धरती को इस नॉन-बायोडिग्रेडेबल कचरे से मुक्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस योजना के अन्तर्गत अब तक उपभोक्ताओं से एक लाख किलोग्राम प्लास्टिक की खरीद की जा चुकी है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने प्लास्टिक और थर्माकोल कटलरी के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगाया है क्योंकि यह वातावरण को दूषित करने का प्रमुख स्रोत है। उन्होंने कहा कि सरकार कागज से बनी थालियों और पत्तलों के उपयोग को प्रोत्साहित कर रही है। थर्माकोल व प्लास्टिक के स्थान पर पत्तलों व डोनों के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार द्वारा गरीबों को पत्तल और डोने बनाने की लगभग 100 मशीनें प्रदान की गई हैं। इससे उन्हें आजीविका अर्जित करने में भी सहायता मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गैर-सरकारी संगठनों और अन्य स्वयं सहायता संगठनों को भी पर्यावरण प्रदूषण के नियन्त्रण और राज्य को स्वच्छ बनाने में योगदान देना चाहिए। जय राम ठाकुर ने प्रदेश के शहरी स्थानीय निकायों और नगरपालिकाओं को 70 प्लास्टिक श्रैडर मशीनें भी प्रदान की। यह मशीनें नगरपालिकाओं को कचरे के वैज्ञानिक निष्पादन में सहायक सिद्ध होंगी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर लोगों को पर्यावरण संरक्षण की शपथ भी दिलाई।
शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि राज्य की नगरपालिकाएं न केवल घर-घर जा कर कचरा एकत्रित कर रही हैं बल्कि इस कचरे का वैज्ञानिक निष्पादन भी सुनिश्चित कर रही हैं।