पेगासस जासूसी के विरोध में कांग्रेस ने राजभवन तक किया जुलूस मार्च

राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन

शिमला, 23 जुलाई। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर के नेतृत्व में आज पेगासस जासूसी के विरोध में केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ राजभवन तक कांग्रेस ने जलूस मार्च निकाला। पार्टी नेताओं ने केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि केंद्र ने देश के लोकतंत्र और इसकी मर्यादाओं को तार-तार कर दिया है। जासूसी कांड के खुलासे के बाद अब मोदी सरकार पूरी तरह बेनकाब हो गई है। उन्होंने इस पूरे मामलें में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग करते हुए इसकी जांच उच्चतम न्यायालय के किसी सिटिंग जज से करवाने की मांग भी की है। प्रदेश कांग्रेस ने इसकी जांच करवाने की मांग को लेकर राजभवन में प्रदेश के राज्यपाल को एक ज्ञापन भी  सौपा।

राजभवन के बाहर जासूसी कांड के विरोध में बोलते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि इस शर्मसार घटना ने सिद्ध कर दिया है कि भाजपा का नैतिक पतन हो चुका है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और अन्य महत्वपूर्ण लोगों के फोन टेप जासूसी कर मोदी सरकार ने किसी भी व्यक्ति के निजता के अधिकार का हनन तो किया ही है साथ ही देश के संविधान की अवहेलना भी की है। उन्होंने कहा कि आज देश की स्वायत्त संस्थाओं की आजादी भी खतरे में है। भाजपा ने चुनाव आयोग को अपना कठपुतली तक बना दिया है। पत्रकारों के अधिकारों का हनन किया जा रहा है। राजनेताओं सहित जजों व विपक्षी दलों के फोन टेप कर उनकी जासूसी की जा रही है।

राठौर ने कहा कि आज देश व प्रदेश गंभीर चुनौतियों से गुजर रहा है। भाजपा सरकार द्वारा झूठ बोल कर देश को गुमराह करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश मे ऑक्सीजन की कमी से किसी की कोई मौत नही हुई का केंद्र का यह दावा पूरी तरह झूठ और असत्य है। सरकार इसके आंकड़ों को छिपाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि देश मे बढ़ती बेरोजगारी व मंहगाई पर काबू पाने में केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकारें पूरी तरफ विफल रही है।

राठौर ने प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी पूछा कि वह बताएं कि कोरोनाकाल में केंद्र  के पैकेज से हिमाचल को कितना हिस्सा मिला और वह कहां खर्च हुआ। उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है, इसपर कांग्रेस चुप बैठने वाली नहीं। उन्होंने कहा कि तानाशाही ज्यादा दिनों तक नहीं चलने वाली, और इसका अंत जल्द होने वाला है।