मुख्य सचिव ने कोविड से निपटने की तैयारियों को लेकर दी राज्यपाल को जानकारी

शिमला, 16 जुलाई। मुख्य सचिव अनिल खाची ने आज राजभवन में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से भेंट कर उन्हें राज्य सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों से अवगत करवाया। उन्होंने प्रदेश में कोविड-19 से निपटने की सरकार की तैयारियों और वर्तमान परिस्थितियों के बारे में भी जानकारी दी।

राज्यपाल ने कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर से निपटने की तैयारी के बारे में समीक्षा की। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर लगभग समाप्त हो चुकी है लेकिन हमें संभावित तीसरी लहर के लिए सतर्क रहने की आवश्यकता है। हमें स्वास्थ्य अधोसंरचना के विकास व स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की उपलब्धता पर बल देने के अतिरिक्त समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों की पालना करनी होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों में वृद्धि हुई है, जिस कारण अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।

उन्होंने कोविड-19 के सक्रिय मामलों के वर्तमान 0.56 प्रतिशत अनुपात और 7.7 प्रतिशत पॉजिटिविटी दर पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की वर्तमान रिकवरी दर 98 प्रतिशत है, जो 100 प्रतिशत होनी चाहिए। उन्होंने प्रदेश में टीकाकरण अभियान को तेज करने पर बल दिया और कहा कि इस महामारी से बचने के लिए टीकाकरण ही एकमात्र साधन है। उन्होंने आगामी सेब सीजन के मध्यनजर प्रदेश में बागवानी गतिविधियों पर भी चर्चा की और कहा कि सेब सीजन आरम्भ से पहले सड़कों की मुरम्मत की जानी चाहिए और विपणन प्रणाली में नए सुधार किए जाने चाहिए।

मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के अस्पतालों में समुचित व गुणवत्तापूर्ण सुविधाएं सुनिश्चित कर रही है। कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी नहीं थी और महामरी की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए भी ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश में स्वास्थ्य अधोसंरचना को सुदृढ़ किया जा रहा है और उपकरणों, दवाइयों और आवश्यक मशीनरी की आपूर्ति सुनिश्चित कर ली गई है।

सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अमिताभ अवस्थी ने कहा कि राज्य में अभी तक 26,33,662 लोगों की कोविड-19 के लिए जांच की जा चुकी है, जिनमें से 24,28,930 नेगेटिव तथा 2,04,098 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि 1,99,444 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं और 1150 सक्रिय मामले हैं। उन्होंने कहा कि महामारी के कारण 3486 लोगों की मृत्यु हुई है और मृत्यु दर 1.70 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि राज्य में 2632 ऑक्सीजन युक्त बिस्तर, 247 आईसीयू बिस्तर और 3618 कोविड बिस्तर उपलब्ध हैं।