पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन पर आर.एस.एस. ने जताया शोक
शिमला, 8 जुलाई। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने शोक व्यक्त किया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के हिमाचल प्रांत संघचालक प्रो. वीर सिंह रांगड़ा ने शिमला में कहा कि देवभूमि हिमाचल में देव संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन में भी स्व. वीरभद्र सिंह का अहम योगदान रहा। हिमाचल के 6 बार मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने जहां प्रदेशवासियों के लिए अभूतपूर्व कार्य किए, वहीं विभिन्न क्षेत्रों में विकास की गति को बनाए रखा। उसी का परिणाम है कि पर्वतीय राज्य होने के बाद भी हिमाचल प्रदेश शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, बागवानी सहित विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
वीरभद्र सिंह के मुख्यमंत्री रहते हुए हिमाचल प्रदेश विधानसभा में धर्म स्वतंत्रता कानून पारित हुआ जिसके परिणामस्वरूप प्रदेश में जबरन धर्मांतरण गतिविधियों पर रोक लगी। वे हिन्दू धर्म व संस्कृति के हितैषी रहे और उनका राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभिन्न कार्यक्रमों में भी आना हुआ। वह श्रीराम मंदिर निर्माण के भी पक्षधर थे। प्रो. वीर सिंह रांगड़ा ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हिमाचल प्रांत की ओर से स्व. वीरभद्र सिंह के निधन पर गहरी संवेदनाएं व्यक्त की। उन्होंने ईश्वर से शोक संतप्त परिवारजनों को इस दुःख की घड़ी को सहन करने की कामना की।