शीत मरूस्थल लाहौल घाटी की अब वॉल्बो से भी होगी सैर

जिस्पा-दिल्ली के बीच आज से वॉल्बो बस सेवा आरंभ

शिमला, 3 जुलाई। हिमाचल प्रदेश के शीत मरूस्थल के रूप में विख्यात लाहुल घाटी के पर्यटक अब वॉल्बो बस से भी सैर कर सकेंगे। राज्य पथ परिवहन निगम ने अटल टनल रोहतांग के खुल जाने के बाद पहली बार लाहौल घाटी के लिए वॉल्बो बस सेवा आरंभ की है। ये वॉल्बो बस सेवा जिस्पा, केलांग, अटल टनल रोहतांग और मनाली होते हुए दिल्ली जाएगी और फिर इसी रास्ते से वापसी का सफर भी करेगी। इस दौरान ये वॉल्वो बस एक तरफ को 684 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। हिमाचल पथ परिवहन निगम की ये सबसे लम्बी दूरी तक चलने वाली वॉल्वो सेवा होगी। तकनीकी शिक्षा व जनजातीय विकास मंत्री रामलाल मारकंडा ने आज इस सेवा का लाहौल घाटी से शुभारंभ किया।

मार्कंडा ने मनाली-चंद्रताल बस सेवा का भी आज ही शुभारंभ किया।

मारकंडा ने कहा कि अटल टनल रोहतांग के बनने से लाहौल घाटी में पर्यटन की संभावनाएं बढ़ गई हैं। आज से पूर्व लाहौल घाटी में पथ परिवहन की केवल केलांग डिपो की ही बस सेवाएं चला करती थीं। यहां से पहली बार हिमाचल पथ परिवहन निगम ने वोल्वो बस सेवा आरम्भ की है। कुल्लू डिप्पू की ये बस सेवा जिस्पा-केलंग-अटल टनल होते हुए मनाली से दिल्ली तक जाएगी। उन्होंने कहा कि भविष्य में अन्य राज्यों की लंबी दूरी की अंतरराज्यीय बस सेवाओं का केलांग तक विस्तार किया जाएगा।

उन्होंने मनाली से चंद्रताल के लिए भी पथ परिवहन निगम की बस सेवा का शुभारंभ किया जो मनाली से चन्द्रताल व वापिस मनाली के लिए चलेगी। उन्होंने कहा कि इन दोनों बस सेवाओं से घाटी में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

मारकंडा ने परिवहन निगम की ऑनलाइन बुकिंग सेवाओं का भी शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि अब विश्व के किसी भी कोने से इस सुविधा के द्वारा पथ परिवहन के केलांग डिपो की सेवाओं के लिए सीट बुकिंग की जा सकेगी।

मारकंडा ने इस मौके पर कहा कि 4 जुलाई को वे त्रिलोकनाथ-ताबो के बीच परिवहन निगम की बस सेवा का शुभारंभ करेंगे जिससे जिले के दो महत्वपूर्ण क्षेत्रों लाहौल एवं स्पीति के बीच यातायात सुगम होगा।