हिमाचल में शिक्षण संस्थाओं के लिए विशेष कोविड टीकाकरण अभियान आज 28 व 29 जून को

18 वर्ष से अधिक आयु के विद्यार्थियों को लगाई जा रही है पहली डोज

शिमला, 28 जून। हिमाचल प्रदेश में शिक्षण संस्थान बीते लगभग डेढ़ साल से बंद है। ऐसे में न तो विद्यार्थियों की पढ़ाई हो रही है न ही उनकी परीक्षाएं हो पा रही हैं। नतीजतन बच्चों की पढ़ाई का नुकसान तो हो ही रहा है। सरकार को हर महीने करोड़ों रुपए मुफ्त में शिक्षकों को घर बैठे वेतन के रूप में बांटने पड़ रहे हैं। ऐसे में प्रदेश सरकार अब शिक्षण संस्थानों को फिर से जल्द से जल्द क्रियाशील बनाने में जुटी है ताकि कम से कम शिक्षकों और 18 साल से अधिक आयु के विद्यार्थियों को फिर से शिक्षण संस्थानों में बुलाई जा सके। इसके लिए सरकार ने शिक्षकों और 18 साल से अधिक आयु के विद्यार्थियों को प्राथमिकता के आधार पर कोरोना वैक्सीन का टीका लगाने का फैसला किया है। इस कार्य के लिए सरकार ने आज 28 और 29 जून को दो दिनों के दौरान सिर्फ ऐसे विद्यार्थियों को कोरोना वैक्सीन का टीका लगाने का फैसला किया है जिनकी उम्र 18 साल से अधिक है। इसके लिए शिक्षण संस्थानों में विशेष टीकाकरण शिविर आयोजित किए जाएंगे।

इस बीच मुख्य चिकित्सा अधिकारी ऊना डा. रमण कुमार शर्मा ने बताया कि अभियान के तहत जिला के समस्त सरकारी व निजी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों व गैर-शिक्षकों और 18 वर्ष या इससे अधिक आयु के विद्यार्थियों को कोविड वैक्सीन की पहली खुराक लगाई जाएगी।

सीएमओ ने बताया कि 28 जून को डिग्री कॉलेज बंगाणा, सीएचसी थानाकलां, टाउन हॉल ऊना, राजकीय बाल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला संतोषगढ़, भटोली कॉलेज, पीएचसी दुलैहड़, पीएचसी बाथड़ी, डिग्री कॉलेज हरोली, सीएच चिंतपुर्णी, पीएचसी धर्मशाल महंतां, डिग्री कॉलेज अंब, रावमापा कलोह, रावमापा गोंदपुर बनेहड़ा और डिग्री कॉलेज दौलतपुर यौक में शिक्षण संस्थाओं के लाभार्थियों को कोविड टीकाकरण की पहली डोज़ लगाई जाएगी।

उन्होंने बताया कि 29 जून को स्वास्थ्य उपकेन्द्रों पिपलू, तलाई व नैहरियां, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों देहलां, पंजावर, सलोह व बढेड़ा राजपूतां और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं बेहड़ जसवां व अंबोटा में शिक्षकों, गैर-शिक्षकों और 18 या उससे अधिक आयु के विद्यार्थियों को कोविड की वैक्सीन लगाई जाएगी।