हिमाचल प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गों की खस्ता हालत

हिमाचल प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गों की खस्ता हालत

सरकार इन मार्गों के रखरखाव के प्रति गंभीर नहीं : कांग्रेस

शिमला, 22 जून। हिमाचल प्रदेश में  राष्ट्रीय राज मार्गों की खस्ता हालत पर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए हिमाचल प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के चैयरमेन व विधायक हर्षवर्धन चौहान ने कहा है कि सरकार इन मार्गों के रखरखाव के प्रति कतई गंभीर नहीं है। हर्षवर्धन ने आज शिमला में कहा कि केंद्रीय भूतल मंत्री नितिन गडकरी जो अब फिर से मंडी संसदीय क्षेत्र के उप चुनाव के दृष्टिगत प्रदेश के दौरे पर आ रहे हैं, ने पिछले चुनावों के दौरान अपनी जनसभाओं में प्रदेश को 65 हजार करोड़ के जो 68 राष्ट्रीय राजमार्ग दिए थे वह सब आज दिन तक खटाई में पड़े है, उन्हें उस बारे भी अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इन सब राजमार्गों की घोषणाएं हवा हवाई साबित हुई है। गडकरी को झूठ बोलने के लिए प्रदेश के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।

हर्षवर्धन ने कहा है कि शिमला-धर्मशाला फोर लेन सड़क का निर्माण कार्य भी धीमी गति से चल रहा है और उन्हें नहीं लगता कि यह अपने निर्धारित समय में पूरा हो सके। उन्होंने कहा कि गडकरी को प्रदेश में घोषित सभी राष्ट्रीय राज मार्गों की समीक्षा करते हुए अपनी सभी घोषणाओं को अमली जामा पहनाना चाहिए।

हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि प्रदेश में सेब सीजन शुरू हो गया है। प्रदेश सरकार ने अभी तक न तो इसके विपणन की कोई पुख्ता व्यवस्था की है और न ही मंडियों की ही। उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा ही किसान व बागवान विरोधी रही है और यही कारण है कि देश का किसान व बागवान कृषि के तीन काले कानूनों को लेकर पिछले छह महीनों से सड़कों पर बैठा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा ही किसानों, बागवानों व आम लोगों की हितकारी रही है और इनके हितों से कभी भी खिलवाड़ सहन नहीं करेगी।