हिमाचल कोविड की तीसरी लहर से निपटने को तैयार
शिमला, 29 मई। हिमाचल प्रदेश कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयार है। स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने शिमला में कहा कि कोरोना की तीसरी लहर के दृष्टिगत बच्चों की सुरक्षा और उनके इस महामारी की चपेट में आने से पैदा होने वाली स्थिति से निपटने के लिए प्रबंधों को प्राथमिकता दी जा रही है। प्रवक्ता ने कहा कि बच्चों की चिकित्सा सुविधा की व्यवस्था के लिए जिलों और मेडिकल कॉलेजों को 3 मई को ही प्रोटोकॉल भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस महामारी के दौरान बच्चों की देखभाल और सुरक्षा सुनिश्चित करने के दृष्टिगत स्वास्थ्य विभाग प्रभावी कदम उठा रहा है।
प्रवक्ता ने बताया कि यह सुनिश्चित किया जा रहा है, कि एसएनसीयू, पीडियाट्रिक एचडीयू, एनआईसीयू, पीआईसीयू को प्राथमिकता के आधार पर कार्यशील किया जाए। सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, मेडिकल कॉलेजों के प्रधानाचार्यों और जिला अस्पतालों, नागरिक अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों के चिकित्सा अधीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे समर्पित कोविड अस्पतालों में उपलब्ध सुविधाओं में वृद्धि करके या उपलब्ध सुविधाओं में बिस्तरों को चिह्नित कर बाल चिकित्सा वार्ड और नवजात इकाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करें। इन बिस्तरों को केंद्रीय ऑक्सीजन आपूर्ति भी सुनिश्चित की जाए। वर्तमान में प्रदेश में 16 स्वास्थ्य संस्थानों में 224 एसएनसीयू बिस्तर उपलब्ध हैं। इसके अलावा, डीडीयू शिमला, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नालागढ़ और जिला कांगड़ा के नागरिक अस्पताल नूरपुर व जोनल अस्पताल धर्मशाला में चार नवजात स्थिरीकरण (स्टेबलाइजेशन) इकाईयों को जल्द ही बीमार नवजात देखभाल इकाईयों के रूप में स्तरोन्नत किया जाएगा।