किसानों के साथ केंद्र सरकार के अड़ियल रवैये की कांग्रेस ने की आलोचना

किसानों के साथ केंद्र सरकार के अड़ियल रवैये की कांग्रेस ने की आलोचना

शिमला, 26 मई। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने किसानों के साथ केंद्र सरकार के अड़ियल रवैये की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि एक तरफ कोरोना महामारी ने देश को घेर रखा है तो दूसरी तरफ सरकार की तानाशाही नीतियों ने लोगों को परेशान करके रखा है। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के बाद संभवत: यह पहली सरकार है जो निरकुंश  होकर देश का शासन चला रही है।

राठौर ने आज शिमला से जारी बयान में कहा कि तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में पिछले 6 महीनों से सड़कों पर बैठे किसानों के साथ प्रधानमंत्री की आज दिन तक कोई वार्ता न होना किसानों के प्रति उनकी संवेदनहीनता को ही दर्शाता है। प्रधानमंत्री जो हमेशा अपने मन की बड़ी-बड़ी बातें करते हैं पर दुसरों के मन की बातें कभी नहीं सुनते।

राठौर ने कहा कि आज देश गम्भीर चुनौतियों से गुजर रहा है। देश की जीडीपी माइनस से बहुत नीचे चली गई है। देश की अर्थव्यवस्था निम्न स्तर पर है। बेरोजगारी का आंकड़ा दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। बढ़ती महंगाई से लोगों का जीना दूभर होता जा रहा है।

राठौर ने किसानों के इस आंदोलन पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि अगर देश मे इस आंदोलन के चलते कहीं अन्न की कमी हुई तो देश के सामने एक और बड़ी चुनौती पैदा हो जाएगी,जहां भुखमरी जैसी जटिल समस्या का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार को तुरंत इन किसानों से वार्ता कर इनके आंदोलन को समाप्त करवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसानों के हितों की रक्षा की जानी चाहिए और यह तीनों कानून किसान और देश हित मे वापिस लिये जाने चाहिए।