85 हजार औषधीय पौधों के रोपण के लिए बनाए जा रहे कलस्टर, डीसी ने किया शुभारंभ
शिमला, 22 जुलाई। संजीवनी परियोजना के तहत जिला ऊना में औषधीय पौधों के रोपण के लिए किसानों के कलस्टर बनाए जा रहे हैं, जिसकी शुरूआत उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने आज ग्राम पंचायत बेहड़ जसवां में मोरिंगा का पौधा लगाकर की।
इस अवसर पर डीसी ने कहा कि विश्व भर में औषधीय पौधों का एक बहुत बड़ा बाजार है तथा बाजार में इनसे तैयार किए उत्पादों की अच्छी कीमत मिलती है। इसीलिए जिला ऊना में औषधीय पौधों के रोपण को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसी के तहत ग्राम पंचायत बेहड़ जसवां में मनरेगा के तहत 85 हजार पौधे लगाए जा रहे हैं जिनमें 17,400 पौधे मोरिंगा के तथा 68,450 पौधे अश्वगंधा के शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पहले चरण में ग्राम पंचायत बेहड़ जसवां के 22 किसानों का चयन किया गया है, जिनकी भूमि पर पौधारोपण होगा। इसके अतिरिक्त जिला में अन्य स्थानों पर भी किसानों के समूह बनाकर औषधीय पौधों की खेती को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा है। उन्होंने कहा कि इन पौधों को जंगली जानवर भी किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाते हैं तथा इससे किसान अपने आमदनी बढ़ा सकते हैं।








