हिमाचल सरकार ने स्वास्थ्य अधोसंरचना का किया विस्तारीकरण

हिमाचल सरकार ने स्वास्थ्य अधोसंरचना का किया विस्तारीकरण

तीन माह में बिस्तर क्षमता को 837.3 प्रतिशत बढ़ाया

शिमला, 13 जून। हिमाचल प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी की दूसरी लहर आने और इससे प्रभावी तरीके से निपटने के लिए तीव्र गति से प्रदेश में स्वास्थ्य अधोसंरचना का विस्तारीकरण कर स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किया है। राज्य सरकार ने प्रदेश के लोगों के बहुमूल्य जीवन को बचाने के लिए स्वास्थ्य संस्थानों में बिस्तर क्षमता में बढ़ोतरी करने व विभिन्न प्रकार की आवश्यक सुविधाओं को जुटाकर इस वैश्विक कोरोना महामारी को नियंत्रित करने का प्रयास किया है।

मार्च, 2021 में प्रदेश के स्वास्थ्य संस्थानों में कोविड मरीजों के उपचार के लिए केवल 440 बिस्तर उपलब्ध थे, लेकिन कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बाद राज्य सरकार ने प्रदेश के स्वास्थ्य संस्थानों में बिस्तर क्षमता को तीव्र गति से 837.3 प्रतिशत तक बढ़ाया है और तीन माह में कोविड मरीजों के उपचार के लिए 5 जून तक 3684 बिस्तरों की संख्या बढ़ा कर बिस्तर क्षमता को 4124 तक पहुंचाया है।

राज्य सरकार द्वारा गत तीन माह में विभिन्न जिलों में कोविड मरीजों के लिए बिस्तर क्षमता में जिला बिलासपुर में 135, चंबा में 185, हमीरपुर में 156, कांगड़ा में 759, किन्नौर में 26, कुल्लू में 74, लाहौल स्पीति में 38, मंडी में 512, शिमला में 748, सिरमौर में 435, सोलन में 488, ऊना में 128 बिस्तरों की संख्या बढ़ाई गई है।

47 नए स्वास्थ्य संस्थान चिह्नित

कोविड की दूसरी लहर से निपटने के लिए स्वास्थ्य संस्थानों की संख्या में भी 427.3 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की गई है। एक मार्च, 2021 को प्रदेश में कोविड समर्पित स्वास्थ्य संस्थानों की संख्या केवल मात्र 11 थी। राज्य सरकार ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में कोविड मरीजों के लिए नए स्वास्थ्य संस्थान चिन्हित कर इनकी संख्या को 58 तक पहुंचाया है। सरकार द्वारा 47 नए स्वास्थ्य संस्थान मरीजों की सुविधा के लिए चिन्हित किए हैं।